अफगानिस्तान से आयात पर तालिबान का रोक, फियो के महानिदेशक ने कहा ड्रार्ई फ्रूट्स की कीमतों में आ सकता है उछाल
काबुल: अफगानिस्तान में जिस तरह से हालात बदल रहें उससे व्यापार में खासा प्रभाव देखने की संभावनाएं हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन के महानिदेशक डॉ अजय सहाय ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि हम अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। वहां से आयात पाकिस्तान के रास्ते से होकर भारत आता है। तालिबान ने पाकिस्तान में माल की आवाजाही बंद कर दी है, इसलिए आयात लगभग बंद हो गया है।
आगे उन्होंने कहा कि जहां तक निर्यात का संबंध है, कुछ माल का निर्यात अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर मार्ग के माध्यम से किया जाता है जो अब ठीक चल रहा है। जबकि कुछ अन्य सामान दुबई रूट से भी जाता है जो अब तक काम कर रहा है। अफगानिस्तान से कुल आयात में से 80% ड्रार्ई फ्रूट्स हैं। जब भी इस तरह की स्थिति होती है तब उत्पादों की कीमतें बढ़ने की प्रवृत्ति होती है, इसलिए अगर इसी तरह की समस्या बनी रहती हैं तो भारत में आने वाले ड्रार्ई फ्रूट्स की कीमतों में थोड़ी सी हलचल हो सकती है।
जानकारी हो कि भारत में व्यापारियों के एक प्रमुख संगठन, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) जिनकी कुल संख्या 8 करोड़ है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक भारत और अफगानिस्तान के बीच 2020-21 में द्विपक्षीय व्यापार 1.4 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था। अफगानिस्तान से भारत को अखरोट, सूखी किशमिश, अंजीर, सूखी खुबानी, पिस्ता, बादाम और पाइन नट का निर्यात किया जाता है। साथ ही कुछ औषधीय जड़ी बूटियों का निर्यात भी किया जाता है।
काबुल हवाईअड्डा अब नागरिकों के हवाई सफर के लिए खुला
एक तरफ जहां व्यापार का रास्ता बंद है वही दूसरी तरफ से काबुल के हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे को नागरिकों के लिए खोल देने की ख़बर आई है। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने अपने बयान में कहा गया है कि अमेरिकी सेना के सुरक्षा और अपने नागरिकों और उनके सहयोगियों को वहां से निकालने के लिए अमेरिका अब हवाई अड्डे पर नियंत्रण कर रहा है।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल फ्रैंक ने स्टेटमेंट जारी कर बताया कि उन्होंने दोहा में तालिबान के वरिष्ठ सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें यह स्पष्ट किया कि किसी भी तरह के हमलों को हमारे लोगों की रक्षा में भारी बल के साथ सामना किया जाएगा।