‘जब सब खत्म हो जाता है तब मोदी प्रकट होते हैं’- अधीर रंजन
नई दिल्ली: लोकसभा का मॉनसून सत्र समय से पहले ही समाप्त कर दिया गया है। सदन में पेगासस मामले और अन्य मुद्दों पर लगातार जारी हंगामे की वजह से लोकसभा का मॉनसून सत्र तीन दिन पहले ही समाप्त कर दिया गया। जबकि सत्र का समापन 13 अगस्त को होना था।
लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने सत्र को समय से पहले ख़त्म करने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि वो केवल विपक्ष को बदनाम करना चाहते हैं।
चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो पूरे सत्र के दौरान केवल एक एक दिन सदन में दिखे।
उन्होंने कहा, “मैंने आज पहली दफा प्रधानमंत्री मोदी को सदन में देखा है। जब सब ख़त्म हो जाता है तब वो प्रकट होते हैं।”
बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी के साथ लोकसभा अध्यक्ष से मुलाक़ात की। मुलाकात के दौरान गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।
हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी संसद के मॉनसून सत्र के पहले ही दिन यानी कि 19 जुलाई को लोकसभा में मौजूद थे। लेकिन पहले ही दिन पेगासस मामले पर हंगामा हो जाने के बाद विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी को नए मंत्रियों को सदन में परिचय करने से रोक दिया था।
कांग्रेस सांसद चौधरी ने कहा, “हम पेगासस, महंगाई, किसान आंदोलन, बेरोज़गारी पर चर्चा करना चाहते थे। हमारे बार-बार अनुरोध करने पर भी सरकार ने हमें पेगासस पर चर्चा करने नहीं दी।”
साथ ही उनकी ओर से ये आरोप लगाया कि सरकार ने सदन के भीतर और बाहर पेगासस मामले पर अलग-अलग बयान दिए हैँ।