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जोशुआ डि सिल्वा ने खोला राज़ – ‘मेरी मां मेरे लिए नहीं विराट कोहली के लिए आई थीं’

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वेस्टइंडीज के विकेटकीपर जोशुआ दा सिल्वा की मां सिर्फ विराट कोहली को शतक बनाता देखने के लिए स्टेडियम आई थीं। दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन जब विराट बल्लेबाजी कर रहे थे, तब विकेटकीपर जोशुआ दा सिल्वा ने विराट से कहा था कि मेरी मां पहली बार स्टेडियम आई हैं। वह आपकी बहुत बड़ी फैन हैं। मैं चाहता हूं कि आज आप शतक लगाएं और मेरी मां इसे देखे।

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क्रिकेट इतिहास में पहली दफा ऐसा हुआ, जब विपक्षी टीम का खिलाड़ी किसी बल्लेबाज से शतक लगाने की गुहार कर रहा था। विराट ने जोशुआ दा सिल्वा की मां की ख्वाहिश पूरी की और शतक जड़ने के जब दूसरे दिन का खेल खत्म हुआ, तब विराट ने विंडीज विकेटकीपर की मां से मुलाकात की। जीवन में पहली बार विराट कोहली से मिलकर जोशुआ दा सिल्वा की मां की आंखों में आंसू आ गए।

उन्होंने आंसू पोछते हुए कहा कि मैं चाहती हूं, मेरा बेटा विराट कोहली की ही तरह नाम कमाए। यह वाकया बताने के लिए काफी है कि विराट कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में क्या रुतबा हासिल कर लिया है। विराट के आसपास दूर-दूर तक दूसरा कोई नजर नहीं आता।

इधर विराट कोहली ने 206 गेंद पर 11 चौकों की मदद से 121 रनों की शतकीय पारी खेली, उधर ब्रायन लारा ने विराट की जमकर तारीफ की। लारा ने कहा कि विराट जिस अंदाज से बल्लेबाजी कर रहे हैं, वह टेस्ट क्रिकेट में 48.88 की औसत से आगे बढ़कर 50 की एवरेज जल्द ही पार कर जाएंगे। विराट का ODI में 57.32 और टी-20 में 52.73 का एवरेज है।

वर्ल्ड क्रिकेट में दूसरा कोई खिलाड़ी नहीं, जो तीनों फॉर्मेट में एवरेज के मामले में विराट के आसपास हो। ब्रायन लारा ने कहा कि विराट कोहली जिस शानदार तरीके से वाइट बॉल क्रिकेट खेलते हैं, उसी दमदार तरीके से रेड बॉल क्रिकेट में भी परफॉर्म करते हैं।

लारा ने कहा कि मौजूदा दौर में विराट किसी भी मुकाबले में टीम इंडिया की तरफ से ग्राउंड पर उतरने वाले सबसे बड़े खिलाड़ी हैं। वेस्टइंडीज के युवा खिलाड़ियों को विराट कोहली से सीख लेनी चाहिए। उन्हें सीखना चाहिए कि जब बड़े शॉट्स ना आ रहे हों, तब सिंगल्स को डबल्स में कन्वर्ट करके भी रनगति को बढ़ाया जा सकता है।

एक तरफ विराट कोहली वर्ल्ड क्रिकेट का चेहरा बन चुके हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अपने ही देश में कुछ आलोचक विराट को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की सलाह देते नहीं थक रहे। आकाश चोपड़ा जैसे पूर्व खिलाड़ी ने तो विराट को फैब 4 से बाहर करने का भी ऐलान कर दिया था।

उनके हिसाब से विराट का प्रदर्शन इस लायक नहीं था कि वह विराट कोहली को फैब 4 का हिस्सा बना सकें। आकाश चोपड़ा के लिए 32 शतक जड़ने वाले स्टीव स्मिथ इस जेनरेशन के सबसे बड़े टेस्ट बल्लेबाज हैं। स्मिथ के बाद 30 टेस्ट शतक बनाने वाले जो रूट और 28 टेस्ट शतक लगाने वाले केन विलियमसन का नंबर आता है। पर उनकी सूची से विराट कोहली का नाम काट दिया गया था।

विराट चाहते तो ऐसे आलोचकों को जुबान से जवाब दे सकते थे, लेकिन उन्होंने बल्ले का रास्ता चुना। जिस तरह विपक्षी टीम वेस्टइंडीज के मौजूदा और पूर्व खिलाड़ी विराट कोहली की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे हैं, उम्मीद है कि हिंदुस्तान में मौजूद आलोचकों को भी सच समझ जाएगा। विराट कोहली बगैर 100 से ज्यादा इंटरनेशनल शतक लगाए कहीं नहीं जाएगा। तीनों फॉर्मेट में खेलते हुए बल्ले से तूफान उठाएगा।

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