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Amarnath Cloudburst: अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से तबाही, अब तक 16 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Amarnath Cloudburst
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Amarnath Cloudburst: शुक्रवार को अमरनाथ गुफा के पास तबाही का मंजर देखने को मिला। यहां शाम करीब साढ़े पांच अचानक बादल फटने के बाद भारी तबाही देखने को मिली। इस घटना में अब तक करीब 16 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा अभी भी कई लोग लापता है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। आज सुबह करीब 4 बजे डोडा गुंटी वन में बादल फटने से ठठरी के ठठरी कस्बे में बाढ़ आई। किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है। बादल फटने से कई वाहन मिट्टी में धंसे और हाईवे भी बंद हुए जिसको खोलने का कार्य किया जा रहा है।

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अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से तबाही

ITBP ने बताया कि कल शाम एक दम आई बाढ़ के कारण पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश (Amarnath Cloudburst) तीर्थयात्रियों को पंजतरणी में स्थानांतरित किया गया है। ITBP ने मार्ग खोलने और सुरक्षा दलों को निचली पवित्र गुफा से पंजतरणी तक विस्तारित किया है। करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। अमरनाथ में बादल फटने की घटना में 15 लोगों की मृ्त्यु की खबर है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पैदल यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।

अब तक 15 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

वहीं दिल्ली PRO,ITBP, विवेक कुमार पांडे ने बताया कि यात्रा (Amarnath Cloudburst) फिलहाल के लिए रोक दी गई है। लोगों को हम सलाह दे रहे हैं कि वह ऊपर न जाए। सभी यात्री सुरक्षित हैं और चिंता की बात नहीं है। दोपहर बाद काफी हद तक स्थिति सामान्य होने की संभावना है और अगर प्रशासन निर्णय लेगा तो यात्रा फिर से शुरू कर सकते हैं। स्थानीय प्रशासन से हमें सूचना मिली है कि करीब 30-40 लोग अभी गुमशुदा हो सकते हैं। हमने ITBP, भारतीय सेना, NDRF, SDRF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। गुफा वाले इलाके से हमें कई गुमशुदा लोग मिल सकते हैं।

सेना के जवान नीलग्रार के बालटाल पहुंचे

उन्होनें कहा कि पवित्र गुफा (Amarnath Cloudburst) से पंजतरणी का 6 किमी का इलाका है। हम लगभग 15,000 लोगों को पंजतरणी में लेकर आए हैं। उन्हें खाना शेल्टर, आदी मुहैया कराया जा रहा है। हमने रात में ही सभी लोगों को रास्ते से बचा लिया था। वहीं आज सुबह बादल फटने की घटना के बाद प्रभावितों को निकालने के लिए सेना के जवान नीलग्रार के बालटाल पहुंचे। नोडल चिकित्सा अधिकारी मेजर पंकज कुमार ने बताया, “10 मरीज आए थे जिनको हमने प्राथमिक चिकित्सा देकर बालटाल अस्पताल भेजा है। हमारे पास असल आंकड़े नहीं है।”

16 लोगों के मृत्यु की खबर है और 40 के आसपास लोग लापता

अतुल करवाल, DG, NDRF ने हाल ही में जानकारी देते हुए बताया कि 16 लोगों के मृत्यु की खबर है और 40 के आसपास लोग लापता हैं। रात साढ़े 4 बजे तक रेस्क्यू (Amarnath Cloudburst) का काम चला फिर बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया वापस सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। IGP कश्मीर विजय कुमार और कश्मीर के संभागीय आयुक्त आज सुबह अमरनाथ पवित्र गुफा पहुंचे और बचाव कार्यों का जायज़ा लिया।

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