कृषि कानून: दिल्ली पहुंचे 200 किसान, संसद के पास किया जा रहा है विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 8 महीनों से कृषि क़ानूनों का विरोध कर रहे किसानों में से 200 किसानों का एक दल किसान नेता राकेश टिकैत की अगुआई में संसद भवन के पास जंतर मंतर पहुंच गया है।
हरियाणा से लगे सिंघु बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान पहचान पत्र के साथ अपनी यूनियनों का झंडा लिए बस से दिल्ली पहुंचे। हालांकि इन बसों को पुलिस सुरक्षा दे रही थी।
संसद भवन के करीब किसानों का धरना 11 बजे से शुरू होना था लेकिन उन्हें पहुंचते तक लगभग साढ़े बारह बज गए। इस संदर्भ में किसान नेता शिव कुमार कक्का ने बताया क्योंकि पुलिस ने रास्ते में उनकी बस को तीन जगहों पर रोका और उनके आधार कार्ड की जाँच की गई थी, जिस कारण प्रदर्शन स्थल तक पहुंचने पर वक्त लग गया।
जंतर मंतर पहुंचकर किसानों ने नारे लगाकर सरकार से तीनों कृषि क़ानूनों को निरस्त करने की मांग की।
आंदोलनकारी किसानों की ओर से संसद कूच करने का एलान काफ़ी पहले किया गया था। साथ ही ये भी कहा था कि दिल्ली जाने वाले प्रत्येक किसानों के पास पहचान पत्र होगा और वो पुलिस की सुरक्षा में जाएंगे।
इसी साल 26 जनवरी को दिल्ली में लाल क़िले पर किसानों के जाकर विरोध किया था। जिस दौरान काफ़ी हिंसा हुई थी, स्थिति के मद्देनजर पुलिस इस बार सतर्क है।
इन सब के बीच सरकार ने एक बार फिर कहा है कि वो किसानों से चर्चा के लिए तैयार है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने बयान में कहा, “हमने किसानों से नए कृषि क़ानूनों के संदर्भ में बात की है। साथ ही किसानों को कृषि क़ानूनों के जिस भी प्रावधान मे आपत्ति हैं वे हमें बताए, सरकार आज भी खुले मन से किसानों के साथ चर्चा करने के लिए तैयार है।”