2029 तक जर्मनी-जापान को पीछे छोड़ देंगे : रजनी तिवारी उच्च शिक्षा राज्य मंत्री

उच्च शिक्षा राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश (फ़ाइल फोटो)
फर्रुखाबाद : केंद्र सरकार के बजट के बारे में एक गोष्ठी में शामिल होने आईं प्रदेश सरकार की उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कार्यक्रम से पूर्व पत्रकारों से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने संसद में वित्त मंत्री के भाषण के अधिकांश उद्धरण साझा किए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2029 तक हमारा देश जापान और जर्मनी की अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ चुका होगा।
प्रदेश को बजट में 28 नर्सिंग कॉलेज मिलने का जिक्र कई बार किया। हालांकि जनपद के अधिकांश डिग्री कॉलेजों में शिक्षकों की कमी के मुद्दे पर उन्होंने बस देख रहे हैं किया जाएगा जैसे जवाब ही दिए। कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में सीबीआई की जांच चलने के बावजूद उन्हें दोबारा पदासीन किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जांच कराई जाएगी। जनपद में एक विश्वविद्यालय की स्वीकृति के बिंदु पर उन्होंने अनभिज्ञता प्रकट की।
बोर्ड और विश्वविद्यालय परीक्षाओं को नकल विहीन कराने के सरकार के संकल्प को भी दोहराया। कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था के सवाल पर राज्यमंत्री ने केंद्रीय बजट को अमृत काल का प्रथम सर्वस्पर्षीय बजट में हर एक के हित का ध्यान रखे जाने का दावा किया। फर्रुखाबाद को अभी तक कोई मेडिकल कालेज न मिलने के बिंदु पर उन्होंने कहा कि जल्दी मिलेगा। हालांकि बसों का किराया बढ़ाए जाने का असर महंगाई पर पड़ने के बिंदु पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने आज यहाँ कहा कि मोदी सरकार की उपलब्धियों से ध्यान भटकाने के लिए राम चरित मानस का मुद्दा उठाया जा रहा है. श्रीमती तिवारी ने साफ़ किया कि युवाओं को रोजगार का सारा दारोमदार इन्वेस्टर्स समिट में होने वाले निवेश पर निर्भर है. जितना अधिक निवेश होगा उतने अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि आज़ादी के शताब्दी वर्ष तक भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर हो चुका होगा। उन्होंने घोषणा की कि इस वर्ष यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पूरी तरह नक़ल रहित कराई जाएँगी।
रस्तोगी इंटर कालेज में आयोजित केंद्रीय बजट पर संगोष्ठी से पहले पत्रकार वार्ता में और फिर अपने सम्बोधन में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने बजट को समस्पर्शीय और समवेशीय बजट बताया। श्रीमती तिवारी ने कहा कि रामचरितमानस में हम सभी का विश्वास है. राम हमारे आराध्य हैं. हम राष्ट्र की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं।
हम इन्वेस्टर्स समिट और जी 20 कर रहे हैं. हमारी इस प्रगति से ध्यान भटकाने के लिए राम चरित मानस का मुद्दा उठाया जा रहा है. सरकारी नौकरियों के बारे में पूछने पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट में जितना अधिक निवेश होगा उतने ही रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। अडानी से जुड़े एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि इसका जवाब आरबीआई और एलआईसी देगी। उन्होंने कहा की रामचरितमानस पर विवाद करने वालों का कोई विजन नहीं है। वह हमें हमारी प्रगति से भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पूरी तरह नकल रहित कराई जाएंगी।
रिपोर्ट – दीपक शुक्ला (फर्रुखाबाद)