गोंडा में डॉक्यूमेंट्री “काली” के पोस्टर को लेकर विरोध में लीना के खिलाफ बार एसोसिएशन ने दर्ज कराया मुकदमा
देश में डॉक्युमेंट्री ‘काली’ के आपत्तिजनक पोस्टर पर अब विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश में शहर-शहर मेकर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। वहीं अब खबर उत्तर प्रदेश के गोंडा से आ रही जहां जिला बार एसोसिएशन के सेक्रेटरी व सत्य संस्था के अगुआ रितेश कुमार यादव ने काली पोस्टर को लेकर इ पोर्टल पर लीना व उनकी टीम के खिलाफ हिंदुओ की भावनाओं से खेलने व आहत होने की शिकायत दर्ज करवाई है।
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बता दें कि डॉक्यूमेंट्री ‘काली’ के पोस्टर में मां काली बनी अभिनेत्री के एक हाथ में सिगरेट तो दूसरे हाथ में एलजीबीटीक्यू का झंडा दिखाया गया है। देवी का यह रूप देख हर कोई हैरान रह गया है। सोशल मीडिया पर यूजर्स मेकर्स पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
जिला बार एसोसिएशन ने क्या कहा
जहां जिला बार एसोसिएशन के सेक्रेटरी व अधिवक्ता का कहना है कि यदि इसपे कार्यवाही नहीं हुई तो वह कोर्ट में मामले को ले जाएंगे। रितेश कुमार यादव ने बताया कि सोशल मीडिया पर भारतीय फिल्म मेकर लीना मणि मेकलई की डाक्यूमेंट्री फिल्म काली का पोस्टर देखा। जिसे देखने पर पोस्टर में मां काली की शक्ल देते हुए सिगरेट पीते हुए हूबहू मां काली के चित्र को दर्शाया गया है। फ़िल्म मेकर लीना मणि मेकलई ने अपने उक्त फिल्म से हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। जिससे प्रार्थी सहित हिंदू जनमानस आहत हुआ है।
मां काली हिंदुओं की पूज्य देवी हैं व करोड़ों लोगों की आस्था उनसे जुड़ी है। उनको इस प्रकार प्रदर्शित करना अराध्य का अपमान व गंभीर अपराध है। उक्त पोस्टर को देखकर हम सभी की भावनाएं भी आहत हुई हैं। इसीलिए फिल्म काली के फिल्म मेकर सहित उक्त फिल्म बनाने वाली पूरी यूनिट के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर उक्त फिल्म को बैन कराया जाए।
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रिपोर्ट: राशीद खान