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18 अक्टूबर को देशभर में किसानों का रेल रोको आंदोलन, संयुक्त किसान मोर्चा ने किया ऐलान

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लखनऊ:  सरकार किसानों की मांग को लेकर अभी तक कोई फैसला नही ले पाई है तो दूसरी तरफ देश का किसान लगातार मांगों को लेकर आंदोलनरत है। संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन का एलान किया है। जिसने यूपी पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी है। यूपी पुलिस इस आंदोलन की आड़ में माहौल खराब करने की आशंका जता रही है। अधिकारियो का मानना है कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ असामाजिक तत्व भीड़ में शामिल हो सूबे की कानून व्यवस्था खराब कर सकते है।

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18 अक्टूबर को देशभर में किसानों का रेल रोको आंदोलन

खासकर लखीमपुर में हुई हिंसा की घटना के बाद यूपी पुलिस और सर्तक हो गई है। सीनियर अधिकारी खुद तमाम किसान नेताओ से लगातार समन्वय बना शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील कर रहे है इसके साथ ही किसानों से अपील की गई है कि यदि आंदोलन के दौरान उनकी भीड़ में कोई भी संदिग्ध दिखाई दे तो वो फौरन पुलिस को सूचना दे।  खुद डीजीपी मुख्यालय से प्रदेश के सभी जिलो के अधिकारियो को सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने और असामाजिक तत्वों पर खास निगरानी रख सख्त कार्यवाही के निर्देश जारी किए गए है।

संयुक्त किसान मोर्चा ने किया ऐलान

एडीजी लां एंड आर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि लगातार हमारे फील्ड के अधिकारी और किसान संगठन से वार्ता चल रही है। लोगों को आगाह किया गया है कि आंदोलन की आड़ में कुछ अपराधिक तत्व  किसान आंदोलन को बदनाम करने के उद्देश्य से बड़ी आपराधिक घटनाएं कर सकते हैं ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। हालांकि लखीमपुर की घटना को लेकर एडीजी कह रहे है कि ये एक दुखद घटना थी जो एक अपराधिक कृत्य था इस संबंध में गिरफ्तारियां हो चुकी है और इसे  किसान आंदोलन से न जोड़ा जाए।

लगातार हमारे फील्ड के अधिकारी और किसान संगठन से वार्ता चल रही: एडीजी लां एंड आर्डर प्रशांत कुमार

तो वहीं जिस तरह से संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे देश् में रेल रोको आंदोलन की काल की है उसे लेकर पूरे प्रदेश के तमाम जिलो खासकर तमाम सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है साथ ही सभी स्टेशन और रेलवे ट्रैकों पर पुलिस नजर बनाए हुए है इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है कि आंदोलन से किसी आमजन को कोई दिक्कत न उठानी पड़े। आंदोलन के दौरान असामाजिक तत्व अपने मनसूबे में कामयाब न हो लिहाजा वीडियो ग्राफी के जरिए ऐसे लोगों की पहचान किये जाने की व्यवस्था पुलिस प्रशासन ने की है।

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