Atiq Ahmed को उम्रकैद देने वाले जज डॉ दिनेश चंद्र शुक्ल को मिली वाई श्रेणी सुरक्षा
Atiq Ahmed: उमेश पाल अपहरण केस में माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा हो गई है। जिस जज ने सजा सुनाई है। उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट प्रयागराज के जज डॉ दिनेश चंद्र शुक्ल की सुरक्षा बढ़ाकर वाई श्रेणी (Y Category) की गई है। अतीक अहमद के खिलाफ फैसला सुनाने की वजह से उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बीते दिन जब वे अदालत आए थे तो पुलिस की सुरक्षा में आए थे। उनकी गाड़ी को पुलिस की गाड़ियां एस्कॉर्ट कर रही थीं.
बता दें कि 28 मार्च को 17 साल पुराने उमेश पाल केस में एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज डॉ दिनेश चंद्र शुक्ल ने अतीक समेत, दिनेश पासी और खान सौलत हनीफ को अजीवस कारावास की सजा सुनाई है। तीनों दोषीयों पर 5-5 हजार का जुर्माना भी लगाया है। एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज ने अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ और सात अन्य आरोपियों के खिलाफ सबूत ना होने के कारण बरी भी किया है।
जज डॉ दिनेश चंद्र शुक्ल के बार में जानकारी
कोर्ट के आदेश के बाद खान सौलत हनीफ और दिनेश पासी जहां जेल भेजा गया हैं, वहीं अतीक अहमद को कोर्ट ने अहमदाबाद की साबरमती जेल भेज दिया है जबकि अशरफ को कोर्ट के आदेश पर दोबारा बरेली जेल भेजा गया है। माफिया अतीक अहमद के 43 वर्षों के अपराध के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी अदालत ने अतीक अहमद को सजा सुनाई है। इसी वजह से एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जज डॉक्टर दिनेश चंद्र शुक्ल 2009 बैच के न्यायिक अधिकारी हैं। ये रायबरेली जिले के मूल निवासी हैं। डॉ दिनेश चंद्र शुक्ल को 22 नवंबर 2021 को एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट प्रयागराज के पीठासीन अधिकारी के रूप में तैनाती मिली थी। इसके पहले प्रयागराज जिला कोर्ट में ही एडीशनल डिस्ट्रिक एंड सेशन जज के पद पर 22 सितंबर 2020 से कार्यरत रहे है। एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज बनने के बाद उन्होंने कई अहम फैसलों की सुनवाई की है।
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