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भाजपा में अपर्णा के आने से सपा को कितना नुकसान होगा और भाजपा को क्या फायदा?

मुलायम सिंह यादव और अपर्णा यादव
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चुनाव में दलबदल का असर कई बार पार्टियों की हार-जीत भी निर्धारित कर देती है। किसी पार्टी के प्रति लोगों की धारणा का चुनाव में बड़ा महत्व होता है। धारणा किसी पार्टी या नेता के पक्ष में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों माहौल पैदा करती है।

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यूपी में चुनावी सरगर्मी के बीच मुलायल सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की बहू अपर्णा यादव (Aprana Yadav) भाजपा में शामिल हो गईं। इसकी अटकलें काफी समय से लग रही थीं। राजनीति के जानकारों का कहना है कि धारणा की जंग में फिलहाल भाजपा को बढ़त मिल गई है।

इससे पहले सपा के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अपने पहले राउड की जंग तो जीत गए लेकिन अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने के बाद वोटरों के मनोस्थिति पर बहुत असर होगा। भले ही बीजेपी को जमीनी स्तर पर कोई फायदा नहीं हो लेकिन सपा के लिए भी यह ठीक नहीं हुआ।

अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने से लोगों के बीच में मुलायम सिंह यादव के परिवार के बारे में निगेटिव मैसेज गया है। यह स्थिति बिलकुल वैसी ही है जैसे 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के बीच हुआ था। हालांकि बाद में उन्होंने इस मुद्दे को सुलझा लिया था।

लेकिन शिवपाल के सपा छोड़ने के बाद यह दरार और बढ़ गई। उन्होंने अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (PSP-L) बना ली। इसी झगड़े का फायदा भाजपा ने उठाया और अखिलेश यादव को इस तरह से पेश किया कि वो राज्य को तो ठीक तरह से संभाल नहीं पाए, साथ ही परिवार भी उनसे नहीं संभल सका।

बीजेपी में अपर्णा यादव के आने का साफ मैसेज लोगों में यह गया है कि यादव परिवार में दरार पड़ गई है। बताया जा रहा है कि अखिलेश की तरफ से टिकट का उन्हें कोई वादा नहीं मिला, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ दी।

हालिया घटनाक्रम के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे पहले मैं उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दूंगा। इस बात की खुशी है कि हमारी समाजवादी विचारधारा (Samajwadi Thought) का विस्तार हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि हमारी विचारधारा वहां पहुंचकर संविधान और लोकतंत्र को बचाने का काम करेगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) ने उन्हें भाजपा में जाने के फायदे और नुकसान के बारे में काफी समझाया, लेकिन सब बेकार रहा। हालांकि भाजपा में अपर्णा यादव से पहले मुलायम के भाई अभय राम यादव की बड़ी बेटी संध्या यादव (Sandhya Yadav) भी शामिल हो चुकी हैं। इसके अलावा एक हफ्ते पहले ही मुलायम के समधी और फिरोजाबाद की सिरसागंज सीट से विधायक हरिओम यादव (Hariom Yadav) भी भाजपा में शामिल हुए हैं।

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