यूपी में बीजेपी ने खेला बड़ा दांव, चुनाव के पहले बिजली दरों को किया हाफ

लखनऊ: यूपी में चुनाव का मौसम है और राजनीतिक पार्टियां इस मौसम को अपने सेहत के अनुसार भुनाने की कोशिश कर रही हैं। सपा, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस से लेकर बीजेपी तक सभी वोटरों को लुभाने के लिए एक से एक वादे कर रही है।
आम आदमी पार्टी ने यूपी चुनाव में एंट्री करते हुए 300 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया था। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपने चुनावी वादे में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था।
अब बीजेपी ने भी बिजली बिल को लेकर बड़ा एलान किया है। योगी सरकार के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट कर कहा कि शहरी मीटर्ड कनेक्शन में बिजली दर 6 रुपये यूनिट से घटकर 3 रुपये यूनिट और फिक्स चार्ज 130 रुपये/ हॉर्स पावर से घटकर 65 रुपये/हॉर्स पावर की जाएगी।
इसके साथ ही एनर्जी एफिशिएंट पंप में 1.65 रुपये/ यूनिट से घटकर 83 पैसे/यूनिट और फिक्स चार्ज 70 रुपये/हॉर्स पावर की जगह 35 रुपये/हॉर्स पावर की जाएगी।
आगे श्रीकांत शर्मा ने बताया कि निजी नलकूप के नये बिलों में ग्रामीण मीटर्ड कनेक्शन में बिजली दर 2 रुपये/ यूनिट से घटकर 1 रुपये/ यूनिट और फिक्स चार्ज 70 रुपये प्रति हॉर्स पावर से घटकर 35 रुपये/हॉर्स पावर होगा। वहीं अनमीटर्ड कनेक्शन में फिक्स चार्ज 170 रुपये/ हॉर्स पावर की जगह 85 रुपये/हॉर्स पावर होगा।
अब तक क्यों वसूली गई दोगुनी कीमत- विपक्ष
लेकिन विपक्ष लगातार मामलें मे ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से सवाल पूछ रहा है कि चुनाव से पहले ही बीजेपी की ओर से बिजली दरें हाफ करने का दांव क्यों खेला गया। राज्य में आम जनता से पांच साल तक दोगुनी कीमत क्यों वसूली गई।
इसके अलावा विपक्ष टैक्स पेयर को रियायत न देने पर भी सवाल उठा रहा है। विपक्ष का कहना है कि अगर निजी नलकूपों पर किसानों को छूट दी जा सकती है तो टैक्स पेयर को किसी प्रकार की कोई छूट न देने के पीछे सरकार की क्या मंशा है।
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