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IS-227 में दर्ज होंगे Atiq Ahmad की पत्नी, बेटों के नाम

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माफिया से नेता बने अतीक अहमद (Atiq Ahmad) की पत्नी शाइस्ता परवीन और उनके तीन बेटों को अब पुलिस रिकॉर्ड में IS-227 के रूप में दर्ज उसके गिरोह के सदस्यों के रूप में नामित किया जाएगा।

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पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शाइस्ता परवीन पुलिस रिकॉर्ड में इस गिरोह की सदस्य के तौर पर शामिल होने वाली पहली महिला होंगी। बसपा शासन के दौरान प्रयागराज पुलिस ने अतीक के गिरोह का चार्ट तैयार कर उसे आईएस-227 नाम दिया था।

अधिकारियों ने कहा, “पुलिस जांच में आपराधिक गतिविधियों में उनकी सक्रिय संलिप्तता का पता चला है और इसलिए उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी।”

यह पहली बार होगा जब किसी राजनीतिक माफिया का पूरा परिवार अंतरराज्यीय गिरोह की सूची में शामिल होगा। अब तक, अतीक के छोटे भाई और पूर्व विधायक खालिद अज़ीम उर्फ ​​अशरफ, परिवार के एकमात्र सदस्य थे, जिनका नाम IS-227 गिरोह के सदस्य के रूप में दर्ज किया गया था।

शाइस्ता परवीन पर 24 फरवरी को प्रयागराज में वकील उमेश पाल की हत्या समेत चार मामले दर्ज हैं।

पाल के दो पुलिस सुरक्षाकर्मी भी हमले में घायल हुए थे और बाद में उनकी मौत हो गई थी। शाइस्ता फरार है और उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित है। उमेश पाल को गोली मारने वाले शूटरों में अतीक के तीसरे बेटे असद का नाम शामिल है। असद समेत सभी हमलावरों पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

अतीक के दो बड़े बेटे उमर और अली अलग-अलग अपराधों में पहले से ही लखनऊ और नैनी जेल में बंद हैं। पुलिस ने बताया कि अतीक का गिरोह देशभर में सक्रिय है।

अधिकारियों ने कहा, “शुरुआत में अतीक के गिरोह में करीब 170 लोग थे। हालांकि, अब यह संख्या घटकर 132 रह गई है, क्योंकि कई लोग मारे गए या निष्क्रिय हो गए।”

24 फरवरी को प्रयागराज में वकील उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस को पता चला कि अतीक और उसके भाई अशरफ ने अपने गिरोह में कुछ नए सदस्यों को भर्ती किया है। अधिकारियों ने कहा कि गिरोह के नए सदस्यों की पहचान करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

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