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हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, गढ़वाल कमिश्नर ने DM को जांच कराने के दिए निर्देश

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हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए गढ़वाल कमिश्नर ने डीएम को जांच कराने के आदेश दिए हैं। डीएम ने जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी है।

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हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता के आरोपों से घिर गए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के 6 महीनों के भीतर ही राजेंद्र चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रहे सुभाष वर्मा और खानपुर के विधायक उमेश कुमार ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर विकास कार्यों में कमीशन खोरी के आरोप लगाए हैं।

आरोपों की गंभीरता को देखते हुए गढ़वाल कमिश्नर ने हरिद्वार के डीएम को जांच कराने के आदेश दिए हैं। कमिश्नर के आदेश पर डीएम विनय शंकर पांडेय ने सीडीओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यी जांच कमेटी गठित कर दी है। डीएम विनय शंकर पांडेय ने कहा है कि कमेटी सभी बिंदुओं पर जांच के बाद अपनी रिपोर्ट देगी जिसे कमिश्नर को भेजा जाएगा।

वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच होने को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है। हरिद्वार ग्रामीण से कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने कहा है कि जांच निष्पक्षता से हुई तो ये सामने आ जाएगा कि कितना भ्रष्टाचार किया गया है। जिले की सरकार कही जाने वाली हरिद्वार जिला पंचायत में पहली बार भाजपा का बोर्ड बना है।

बीजेपी नेताओं ने इस जीत को ऐतिहासिक बताते हुए जिले में ईमानदारी से विकास के काम करने के दावे किए थे। लेकिन बोर्ड गठित होने के 6 महीने के भीतर ही भ्रष्टाचार के आरोप और उनकी जांच ने भाजपा नेताओं को असहज कर दिया है।

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