राजस्थान करौली हिंसा: करौली में 4 अप्रैल तक इंटरनेट सेवा बंद, हालात तनावपूर्ण

राजस्थान के करौली जिले में अब स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि अभी भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। जिला मुख्यालय पर 4 अप्रैल की रात 12 बजे तक कर्फ्यू को बढ़ा दिया गया है। जिले में इंटरनेट सेवाओं को भी 4 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है।
जिले में पुलिस की मौजूदगी में दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक सब्जी, दूध और जरूरी चीजें बेचने की अनुमति दी गई। हालांकि इससे बाद भी इलाके में लोग घरों में रहे। मेडिकल दुकानें अनुमति के बाद भी पूरे दिन बंद रही। करौली जिला मुख्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
करौली के जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार, 50 अधिकारियों समेत 1200 पुलिस कर्मी चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं। राज्य सरकार ने इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा एसआईटी को सौंप दिया है।
शनिवार को हुआ पथराव
बता दें कि शनिवार को करौली जिला मुख्यालय पर नवसंवत्सर के उपलक्ष्य में मुस्लिम क्षेत्र से गुजर रही मोटरसाइकिल रैली पर पथराव किया गया। जिसके बाद करौली में सांप्रदायिक हिंसा हुई। हिंसा में 3 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने मामले में 7 लोगों को हिरासत में लिया है।
बताया जा रहा है कि उपद्रव की इन घटनाओं में लगभग 35 लोग घायल हुए हैं। बाइक रैली पर पथराव के बाद इलाके में हिंसा फैली। हिंसा के बाद उपद्रवियों ने कुछ दुकानों और मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया था। इससे आधा दर्जन दुकानें, वाहन और अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो गए।
सीएम गहलोत ने की समीक्षा बैठक
मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में स्थिति की समीक्षा की गई। सीएम गहलोत ने कहा कि कि अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए। प्रदेश में कहीं भी साम्प्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुचाने वाली घटना होने पर पुलिस उसमें शामिल तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।