24 घंटे के भीतर महाराष्ट्र में फिर से सियासी उठापटक, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे NCP से बर्खास्त

महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है।अजित पवार के शिन्दे के साथ आए हुए अभी 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि NCP की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले की मांग पर NCP चीफ शरद पवार ने सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। जिससे महाराष्ट्र के सियासत में खलबली मची हुई है। पार्टी दफ्तर से भी प्रफुल्ल पटेल की तस्वीर हटा दी गई है। इतना ही नहीं, एनसीपी अनुशासन समिति ने पार्टी के नौ विधायकों को अयोग्य घोषित करने का प्रस्ताव पास कर दिया है।
आपको बतातें चलें यह वही विधायक हैं, जिन्होंने अजित पवार के साथ बीते दिन शपथ ग्रहण की थी। इस कार्रवाई के बाद प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि मैं कार्यकारी अध्यक्ष हूं। हमने अजित पवार के नेतृत्व में नई शुरुआत की है। संगठन में भी बदलाव किया है। उन्होंने आगे कहा कि सुशील तटकरे अब से NCP के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष होंगे। वह ही पार्टी से जुड़े सारे फैसले लेंगे।
सुप्रिया सुले ने ट्वीट कर कहा था कि सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल ने 2 जुलाई को पार्टी संविधान और नियमों का सीधा उल्लंघन किया, जो पार्टी की सदस्यता से परित्याग और अयोग्यता के समान था। इसीलिए उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए।
सुप्रिया सुले ने कहा, “मैं शरद पवार से अनुरोध करती हूं कि वे तत्काल कार्रवाई करें और सक्षम प्राधिकारी के समक्ष संसद सदस्यों के खिलाफ भारत के संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत अयोग्यता याचिका दायर करें।”
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