चक्रवाती तूफान तट पर दस्तक देने के बाद हुआ कमजोर, आंध्र के श्रीकाकुलम में कई मछुआरे लापता, तलाश जारी
नई दिल्ली: ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट पर कहर बरपाने के बाद अब चक्रवात गुलाब कमजोर पड़ने लगा है। बता दें कि कल बीती शाम चक्रवाती तूफान गुलाब के टकराने के बाद तटीय इलाकों में हवाएं बहुत तेजी से चलने लगी थी। इसके साथ ही वहां भारी बारिश भी शुरु हो गई थी। दरअसल, रविवार शाम 6 बजा गुलाब तूफान के लैंडफॉल का सिलसिला शुरु हुआ था।
जिसके बाद गुलाब तूफान आंध्र प्रदेश में कलिंगपटनम और ओडिशा में गोपालपुर से होते हुए तटीय क्षेत्र में प्रवेश कर गया था। साथ ही तूफान को देखते हुए मौसम विभाग तूफान भी अलर्ट है। बता दें कि इन इलाकों में NDRF औऱ SDRF की टीमों को तैनात किया गया है। वहीं जिला प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है।
मालूम हो कि रविवार रात तक ओडिशा के 6 जिलों से 39,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था। जबकि, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में समुद्र से लौट रहे कुछ मछुआरे अपनी नाव के साथ तेज लहरों से टकरा जाने के कारण समुद्र में गिर गए थे। लकिन स्थानीय प्रशासन उनकी तलाश कर रहा है।
पीएम मोदी ने दिया मदद का आश्वासन
इस गुलाब तूफान के प्रकोप और भयावहतो को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से मदद प्रदान करना को विश्वास व्यक्त किया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने अपने एक ट्वीट में बताया कि ‘ओडिशा में तूफान की स्थिति पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जी से चर्चा की। केंद्र आने वाली मुश्किल में पूरी मदद करने का भरोसा देता है। मैं सभी की सुरक्षा और बेहतरी की प्रार्थना करता हूं।’
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य प्रशासन लगातार वहां के सभी लोगों से समुद्री तटों से दुर रहने की अपील कर रहा है। इस स्थिती को ध्यान में रखते हुए स्थानीय लोगों को भी तटीय क्षेत्रों से दूर रहना चाहिए।