‘2022’ से पहले UP पर फुल फोकसः ‘जल जीवन मिशन’ का बजट 4 गुना बढ़ा, 1.05 करोड़ लोगों की बुझेगी प्यास

यूपी। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र की मोदी सरकार उत्तर प्रदेश पर सौगातों की बरसात कर रही है। योजनाओं के लगातार हो रहे शिलान्यास के बीच केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश को एक और बड़ा उपहार दे दिया है। उत्तर प्रदेश के गांवों में हर घर में नल से पेयजल पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने UP ‘जल जीवन मिशन’ का बजट 4 गुना बढ़ा दिया है। 2020-21 में राज्य को दी गई 2,571 करोड़ रुपए की राशि को इस वित्तीय वर्ष 2021-22 में चार गुना बढ़ाकर 10,870 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
2400 करोड़ रुपए जारी
राष्ट्रीय ‘जल जीवन मिशन’ के तहत जल शक्ति मंत्रालय ने मौजूदा वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए आवंटित 10,870 करोड़ रुपए की राशि में से 2,400 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए हैं। गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में उत्तर प्रदेश को ‘जल जीवन मिशन’ के तहत केंद्रीय अनुदान के तौर पर सिर्फ 1,206 करोड़ रुपए मिले थे। केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश के जनता को जल संकट से निजात दिलाने के लिए बेहद गंभीर है।
‘जल जीवन मिशन’ के तहत हर घर नल से जल पहुंचाया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में पिछले 23 महीनों में 26.86 लाख घरों को नल जल के नए कनेक्शन दिए गए हैं।
पांच जिलों में योजना पूरी करने का लक्ष्य
मौजूदा वक्त की बात करें तो उत्तर प्रदेश में 3,600 से ज्यादा गांवों में ‘हर घर जल’ योजना पूर्ण हो चुकी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य के 5 जिलों में ‘हर घर जल’ योजना को पूरा करने की योजना बनाई है।
इस वित्तीय वर्ष में 78 लाख ग्रामीण घरों में जल कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया जा रहा है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने योगी सरकार से निवेदन किया है कि 2021-22 में 78 लाख ग्रामीण घरों में नल जल कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं।
प्यासे बुंदेलखंड की प्यास बुझाएगी ‘हर घर नल जल’ योजना
बुंदेलखंड क्षेत्र के 7 जिलों के गांवों में चल रहा तेजी से काम
गौरतलब है कि आजादी के बाद से ही बुंदेलखंड जल संकट से जूझता रहा है। कई सरकारें आयी और गई लेकिन बुंदेलखंड की प्यास नहीं बुझा पाईं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बदहाल बुंदेलखंड की सुध ली और 2019 में बुंदेलखंड क्षेत्र के 7 जिलों झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के ग्रामीण इलाकों में नल जल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी थी।
2020 में विंध्याञ्चल के मिर्जापुर और सोनभद्र जिले को भी ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं की सौगात दी थी। इन परियोजनाओं के पूरा होने से 1.05 करोड़ लोगों को लाभ होगा। दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘जल जीवन मिशन’ उत्तर प्रदेश के गांवों की तस्वीर बदल देगा।