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Success Story: किसान की बेटी बनी मिसाल, सिविल जज बन बनाया रिकॉर्ड

Credits: Google

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Success Story: हमारे आस-पास ऐसी कई कहानिया कई ऐसे लोग है जो उदाहरण है जिन्होंने बहुत सी परिस्थितियो से जूझकर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया है। मध्य प्रदेश  की रहने वाली निशा कुशवाहा ने MPPSC सिविल जज परीक्षा पास करके जज का पद हासिल किया है। निशा  एक गरीब परिवार से हैं। उनकी सक्सेस स्टोरी सबके लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।

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मन में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो राह भी अपने आप तैयार हो ही जाती है। यह कहानी मध्यप्रदेश के बुरहानपुर की रहने वाली निशा कुशवाहा की है।  निशा के पिता सीताराम कुशवाहा किसान है। उनके लिए अपने 5 बच्चों को शिक्षा प्रदान करना बहुत महनत का काम था। लेकिन उनकी दूसरी नंबर की बेटी निशा ने जज बनकर न सिर्फ अपने परिवार का, बल्कि पूरे समाज का नाम रोशन कर दिया है।

बेटी के लिए पिता का त्याग

निशा के पिता सीताराम कुशवाहा के पास केवल 2 एकड़ की जमीन है। उसमें परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना कोई आसान काम नही था। 4 बेटियों और एक बेटे के पिता सीताराम ने खेती के अलावा एक निजी होटल में काम करना भी शरू कर दिया था। डबल मेहनत कर उन्होंने बच्चो कि शिक्षा में कोई कमी नही आने दी। 

गोल्ड मेडलिस्ट थीं निशा

निशा ने एक प्राइवेट स्कूल से अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की है. फिर सेवा सदन महाविद्यालय से उन्होंने बीकॉम की डिग्री हासिल की. उसके बाद सेवा सदन लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की. निशा कुशवाहा देवी अहिल्या बाई यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडलिस्ट थीं. प्रदेश की पूर्व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने उन्हें सम्मानित भी किया था।

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