Patalkot: वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया अपना नाम
छिंदवाड़ा: मध्यप्रदेश का पातालकोट बना दुनिया का सबसे अनोखा स्थान। एडवेंचर प्लेस ऑफ गोंडवाना के नाम पर मिली नई पहचान। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड ने सूची मे दर्ज किया पातालकोट का नाम।
छिंदवाड़ा के चिमटीपुर में स्विट्जरलैंड से आए संस्था के अधिकारी विल्हेम जेजलर ने जुन्नारदेव एसडीएम मधुवंतराव धुर्वे को प्रमाण पत्र प्रदान किया है। अब पातालकोट को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल कर जीले को नई पहचान मिलेगी। आपको बता दे कि पातालकोट अपनी प्राकृतिक सुंदरता से पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करता है।
यहां की जड़ी बूटी विश्व भर में फेमस है। यहां भारिया जनजाति के लोग रहते है, जो केवल मक्के की खेती एवं जड़ी बूटीयों पर निर्भर है। भारत सरकार द्वारा पातालकोट को एडवेंचर प्लेस ऑफ छिंदवाड़ा का ख़िताब दिया है। अब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर जीले का कद और ऊंचा हो गया है।
पर्यटक के साथ बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
छिंदवाड़ा में अब इस नए कीर्तिमान के बाद रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यहां आने वाले पर्यटकों से आस-पास रहने वाले लोगों का रोजगार अधिक मात्रा में मिलेगा। आपको बता दें कि पातालकोट 79 किमी के क्षेत्र में फैला है। समुद्र तल से इसकी उंचाई 2750 से 3250 फीट है। यहां के जंगलों में 12 गांव है, जहां भारिया समाज के लोग निवासरत है। भारिया एक अलग ही सभ्यता है, जो केवल पातालकोट में ही देखने मिलेगी। इनकी सभ्यता को बचाने के लिए आज भी सरकार इन लोगों का संरक्षण करती है।
कैसे पहुंचे पातालकोट
पातालकोट छिंदवाड़ा जिले के तामिया ब्लाक में है। छिंदवाड़ा से पातालकोट की दूरीे 78 किमी है। रेल या सड़क मार्ग द्वारा छिंदवाड़ा पहुंचा जा सकता है। यहां से सबसे पास एयरपोर्ट नागपुर में है। छिंदवाड़ा से नागपुर की दूरी 125 किमी है। जबलपुर की दूरी 215 किलोमीटर और भोपाल की दूरी 286 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से भी छिंदवाड़ा और वहां से पातालकोट पहुंचा जा सकता है।