स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 27मार्च को चर्चा होगी, कांग्रेस का वॉकआउट

मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में आज 12वें दिन नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, कांग्रेस विधायकों ने स्पीकर गिरीश गौतम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रखा था। 14 दिन के अंदर निर्णय किया जाना चाहिए। स्पीकर ने कहा- अविश्वास प्रस्ताव 10.30 बजे के बाद आया। इस समय तक मैं सदन में आ चुका था। मैंने लिख दिया- अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार योग्य नहीं है। फिर भी मैं 27 मार्च को चर्चा के लिए तैयार हूं।
स्पीकर के तारीख देने पर संसदीय कार्यकमंत्री नरोत्तम मिश्रा आपत्ति जताते हुए बोले- यह गलत परंपरा पड़ जाएगी। आपने सहृदयता दिखाते हुए चर्चा के लिए समय दिया, लेकिन यह नियम प्रकिया के तहत नहीं है, क्योंकि कभी भी विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं आता है, संकल्प आता है। पीडब्लूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने भी तारीख देने पर आपत्ति जताते हुए कहा- भावना में आकर हम नियमों को ताक पर न रखें। हमारा निवेदन है कि यह गलत नजीर न बने। सदन 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
विधानसभा में प्रधानमंत्री सड़क योजना में गड़बड़ी का मुद्दा गूंजा। सिरोंज से बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा ने अपनी ही सरकार को घेरा। उन्होंने प्रधानमंत्री सड़क योजना की सड़कों के 2 साल की मरम्मत की जांच कराने की मांग। पंचायत एवं ग्रामीण विकास ने 6 महीने में जांच कराने का आश्वासन दिया तो विधायक बोले- कर लीजिए, आगे क्या होगा? अल्लाह जाने…। विधायक ने यहां तक कह दिया कि विधानसभा में झूठी जानकारी दी जा रही है।
प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस ने महू में आदिवासी युवती की रेप के बाद हत्या और पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की मौत का मामला उछाला। इसके बाद कांग्रेस विधायक सदन से वॉकआउट कर गए। विधानसभा के गर्भगृह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। धार के मनावर से विधायक हीरालाल अलावा ने कहा, रिपोर्ट में बोल रहे हैं कि करंट से मौत हुई, जबकि हकीकत यह है कि युवती के साथ गैंगरेप हुआ। उसका मर्डर किया गया। अभी तक हत्या का केस दर्ज नहीं हुआ। विजयलक्ष्मी साधो ने कहा, प्रदेश में दलित, शोषित और गरीब की हत्या हो रही है।