किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर राकेश टिकैत भड़के, कहा-देश में सरकारी तालिबानों का कब्जा
करनाल। हरियाणा के करनाल में होने वाली बीजेपी बैठक को किसानों द्वारा रास्ता रोक कर बाधित करने पर पुलिस द्वारा हुए लाठी चार्ज पर किसान नेता राकेश टिकैत ने नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि, “देश में सरकारी तालिबानों का कब्जा हो चुका है। देश में सरकारी तालिबानों के कमांडर मौज़ूद हैं। इन कमांडरों की पहचान करनी होगी। जिन्होंने सिर फोड़ने का आदेश दिया वही कमांडर है।”
बता दें कि हरियाणा के करनाल में पंचायत और निकाय चुनावों की तैयारियों पर मंथन और विचार-विमर्श करने के लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश स्तरीय बैठक करने की योजना थी। किसान उन नेताओं के सामने प्रदर्शन करना चाहते थे, जिसकी वजह से उन्होंने उनका मार्ग रोकने के लिए नेशनल हाईवे जाम कर दिया था। फिर उसे हटाने के लिए वहाँ के एक अधिकारी ने किसानों का सिर फोड़ने का आदेश दे दिया। इस आदेश का वीडियो वायरल हो गया। जिसकी ख़ूब आलोचना की गई।
किसानों ने पुलिस पर बरसाये थे पत्थर
पुलिस की लाठीचार्ज़ में 20 किसान घायल हो गये थे। घायलों को निजी अस्पताल व स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है। हालांकि किसानों ने भी विरोध में पुलिस पर पत्थर बरसाये थे। जिससे कुछ पुलिस वाले चोटिल हो गये थे। इस टकराव में घटना स्थल पर खड़े किसानों के वाहनों के शीशे भी टूट गये और काफी नुकसान भी हुआ था। इसके अलावा करीब 30 प्रदर्शनकारी किसानों को हिरासत में भी ले लिया गया है।
लाठीचार्ज पर कांग्रेस और इनेलो नेताओं की उच्च स्तरीय जांच की मांग
स्थितियों की गंभीरता को देखते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने सीएम मनोहर लाल खट्टर से इस विषय में बात की है। ADGP (Additional Director General Police) नवदीप विर्क ने इस पूरे घटनाक्रम का ज़िम्मेदार किसानों बताया है। उन्होंने कहा कि, “जब पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने उग्र रूप ले लिया। पुलिस को अपनी जान बचाने के लिए आत्मरक्षा में हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा।“ नवदीप के अनुसार, “इस हमले में 4 किसान और दस पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।“
वहीं कांग्रेस और इनेलो (इंडियन नैशनल लोकदल) नेताओं ने किसानों पर हुए लाठीचार्ज की उच्च-स्तर पर जांच कराने की मांग की है।