डीडीएमए ने स्कूल खोलने की सिफारिश की, एन. के अरोड़ा ने कहा- पारिवारिक सदस्यों को इम्यून करने की ज़रूरत
नई दिल्ली: समाचार एजेंसी पीटीआई ने बुधवार को बताया कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा गठित एक विशेषज्ञ समिति ने राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की सिफारिश की है। समिति के पैनल ने सिफारिश की है कि सभी कक्षाओं के लिए स्कूल फिर से खोले जाएं लेकिन पहले चरण में सीनियर छात्रों को बुलाया जाए, उसके बाद मध्यम वर्ग के छात्रों और फिर प्राथमिक वर्ग के छात्रों को बुलाया जाए।
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के तहत कोविड -19 कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने समाचार एजेंसी ANI से स्कूलों को खोलने के पक्ष में बात कही है। उन्होनें कहा, ‘अब समय आ गया है कि चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोले जाएं। हालांकि, वयस्कों, माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को COVID के खिलाफ इम्यून किया जाना चाहिए। इसी तरह स्कूलों में शिक्षक, कर्मचारी, बस चालक जो कोई भी बच्चों के संपर्क में आ रहा है उन्हें टीका लगाया जाना चाहिए, ताकि बच्चों के चारों ओर एक सुरक्षा घेरा हो’।
उन्होंने बताया कि बच्चों में कोरोना के गंभीर संक्रमण नही होते है या वे कोरोना से बहुत बीमार नहीं पड़ते है।
डॉ एनके अरोड़ा आगे कहते हैं, ‘ZyCoV-D, वयस्कों के अलावा 12-17 वर्ष के बच्चों के लिए भी उपलब्ध है, इसका टीकाकरण अक्टूबर में शुरू किया जाएगा। इससे पहले उस समूह में बीमार बच्चों तक पहुंचने के लिए एक सूची और रणनीति तैयार की जानी है। वयस्क टीकाकरण पूर्ण होने के बाद ही स्वस्थ बच्चों को टीका दिया जाएगा’।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) को बताया कि 19 से 31 जुलाई के बीच हुई सरकारी स्कूलों में आयोजित पेरेंट-टीचर मीटिंग में शामिल हुए कम से कम 90 प्रतिशत अभिभावकों ने स्कूलों को फिर से खोलने के पक्ष में मतदान किया था। बता दें दिल्ली में बुधवार को कोरोना के 151 मामले सामने आए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में अब तक कोई मौत की सूचना नहीं है।