दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर 13% पहुंचा, CTI ने डीडीएमए को लिखा पत्र

New Delhi: फेस्टिव सीजन की शुरुआत में ही दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर और केसों में तेजी देखने को मिल रही है। शुक्रवार को दिल्ली सरकार द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, 24 घंटे में 2419 पॉजिटिव केस सामने आए और 12.95 प्रतिशत संक्रमण दर रिकॉर्ड हुई है। वहीं कोरोना के कारण राजधानी में कोरोना संक्रमण से 2 मरीजों की जान भी चली गई है। इसी के साथ बढ़ते केसों के कारण दिल्ली के व्यापारियों की चिंता भी बढ़ा दी है। वहीं व्यापारियों को आशंका है कि कहीं संक्रमण दर और कोरोना केस के आंकड़े बढ़ने पर डीडीएमए (DDMA) किसी तरह की पाबंदी या गाइडलाइन जारी नहीं कर दे। अगर ऐसा हुआ तो इससे व्यापार में भारी नुकसान भी हो सकता है।
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CTI के चेयरमैन ने क्या कहा?
बता दें चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि अलग-अलग क्षेत्र के बिजनसमैन और व्यापारिक संस्थाओं के फोन आने शुरू हो गए हैं। इसी के साथ 24 घंटे में करीब राजधानी में 2500 केस भी आ रहे हैं। संक्रमण दर भी 13 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है, सभी की गुहार है कि डीडीएमए ऐसे वक्त में किसी तरह का सख्त एक्शन नहीं ले। इसी के साथ जब दो साल बाद जैसे-तैसे कामकाज उठने लगा है। होटल, बैंक्वेट, इवेंट, रामलीला आयोजक, रेस्टोरेंट, ढाबे, कपड़े, जूलरी, ट्रांसपोर्टर्स और फैशन इंडस्ट्री वालों की टेंशन बढ़ गई है।
इस संबंध में सीटीआई ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना, दिल्ली सरकार और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) से निवेदन किया है कि उठ रहे व्यापार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो। रक्षा बंधन, स्वंत्रता दिवस, जन्माष्टमी, नवरात्र, दशहरा और दीपावली जैसे पर्वों पर होलसेलर्स ने निर्माताओं को ऑर्डर देना शुरू कर दिया है। इसी के साथ दिल्ली में यदि कोई निर्णय लिया जाता है, तो केस और संक्रमण दर को आधार नहीं बनाया जाए। अस्पतालों में मरीजों की संख्या, बेड भरने की स्थिति और वायरस के जोखिम पर विचार किया जाए। अभी अस्पतालों में 95 प्रतिशत बेड खाली हैं।
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