सीएम केजरीवाल ने बवाना में किया स्कूल का उद्घाटन, एसी क्लासरूम, ऑडिटोरियम समेत मिलेंगी ये सुविधाएं

सरकारी स्कूलों की कायाकल्प करने के लिए संकल्पबद्ध दिल्ली की केजरीवाल सरकार लगातार राजधानी की शिक्षा क्रांति में नया अध्याय जोड़ रही है। इसी कड़ी में आज यानी बुधवार (7 जून) को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने बवाना विधानसभा क्षेत्र के दरियापुर इलाके में स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस का उद्घाटन किया। इस मौके पर दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी भी मौजूद रहीं। बता दें कि ये काफी शानदार स्कूल है।
जिस प्रकार दिल्ली सरकार के अन्य स्कूल निजी स्कूलों तथा शैक्षणिक संस्थानों को टक्कर दे रहे हैं। इस रेस में स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस आगे है। ये स्कूल भी दिल्ली के शानदार स्कूलों में से एक है। इसकी इमारत काफी बेहतर है। तमाम मूलभूत सुविधाओं के साथ इसमें विश्वस्तरीय शिक्षा दी जाएगी। इसमें एक से बढ़कर एक सुविधाएं दी गई हैं। इस स्कूल में एसी क्लासरूम, ऑडिटोरियम हैं।
सीएम केजरीवाल ने उद्घाटन के बाद अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि ‘दिल्ली के ग्रामीण इलाक़ों में भी अब बच्चों को “स्कूल ऑफ़ स्पेशलाइज़्ड एक्सीलेंस” में पढ़ने का मौक़ा मिलेगा। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड IB का सिलेबस मिलेगा। ये शानदार स्कूल आज बवाना क्षेत्र के एक गाँव दरियापुर में शुरू किया। शानदार इमारत और विश्व स्तरीय पढ़ाई। दिल्ली के किसी भी इलाक़े के बच्चों के लिए हम सुविधाओं में कोई कमी नहीं होने देंगे।’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं कई बार बवाना आया। सारे बवानावासियों का मुझसे एक ही निवेदन होता था कि लड़कियों का जो स्कूल है, ये स्कूल बहुत खराब है टूटा-फूटा स्कूल है। इसे ठीक करा दो और मैं वादा करके गया था कि स्कूल को ठीक कराएंगे। आज वादा डबल पूरा हो रहा है। आपको एक नहीं दो-दो स्कूल मिल रहे हैं। एक है स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस, जोकि दिल्ली में 35 स्कूल हैं, उन 35 में से एक स्कूल बवाना में बन गया।
स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस में एडमिशन लेने के लिए मार होती है। एक लाख बच्चे बैठते हैं और कुछ चंद हजार बच्चों का एडमिशन होता है इस स्कूल में, वो एक स्कूल इतना शानदार होता है, इसमें बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल के बच्चे नाम कटाकर आते हैं। वो आपके बवाना में बन गया।
दूसरा जो लड़कियों वाला स्कूल था, जिसमें लगभग 850 बच्चियां पढ़ती हैं। जो टूटी-फूटी बिल्डिंग है। अब वो थोड़े दिन इसी बिल्डिंग से चलेगा फिर जो सड़क के उस तरफ पांच एकड़ जमीन है, एक लड़कियों का शानदार स्कूल वहां पर भी बनाया जा रहा है।