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Delhi: आप ने खोला बीजेपी के खिलाफ मोर्चा, चलाया डोर टू डोर हस्ताक्षर अभियान

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राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने सोमवार को डोर टू डोर हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस दौरान दिल्ली के वीटी मॉडल स्कूल बी ब्लॉक, कबीर नगर, शिवाजी रोड़, नार्थ घोंडा, सुभाष मोहल्ला में दिल्ली के कैबिनेट मंत्री एवं दिल्ली आप संयोजक गोपाल राय ने मनीष सिसोदिया व सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के खिलाफ मोहल्ला सभा को संबोधित किया। गोपाल राय ने संबोधन में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा दिल्ली में हो रहे अच्छे कामों को रूकवाना चाहती है।

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गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले दो मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को फर्जी मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं ब्लकि बदले की भावना से कार्रवाई कर रही हैं। इसलिए ‘आप’ को हस्ताक्षर अभियान चलाने की जरूरत पड़ी है। राय ने कहा कि सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को फर्जी मामले में गिरफ्तार कर लिया, लेकिन कर्नाटक में बीजेपी विधायक रंगे हाथ कैश के साथ बरामद किया जाता है, उसे गिरफ्तार नहीं किया। राय ने कहा भ्रष्टाचार बहाना है दिल्ली के अंदर अच्छे कामों को रूकवाना है।

आप करेगी 2500 नुक्कड़ सभाएं

मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद राजधानी दिल्ली की सियासत उबाल मार रही है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAM aadmi party) और बीजेपी (BJP) के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। एक तरफ बीजेपी आम आदमी पार्टी के नेताओं पर घोटाले के आरोप लगाती है तो दूसरी तरफ आप ने भी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बता दें कि गोपाल राय ने बीते दिनों एक बड़े विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीटर पर भी दी थी।

गोपाल राय ने 2 मार्च को एक सभा के दौरान दिल्ली में 2500 नुक्कड़ सभाओं के आयोजन का ऐलान किया था। आप के राज्य संयोजक गोपाल राय (Gopal Rai) ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी।

सिसोदिया पर लटकी तलवार

पहला नाम सत्येंद्र जैन जो कि पिछले कई महीनों से हवाला केस के मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। दूसरा नाम मनीष सिसोदिया का जो कि दिल्ली में शराब घोटाले के मामले में ईडी की रिमांड पर हैं। वैसे तो सिसोदिया और सत्येंद्र जैन अब सीएम केजरीवाल की कैबिनेट में मंत्री नहीं हैं क्योंकि सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दोनों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। सिसोदिया को पहले 26 फरवरी को सीबीआई ने लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया और रिमांड पर ले लिया।

उन्होंने कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया लेकिन वहां उन्हें राहत नहीं मिली। इसके बाद सिसोदिया को तिहाड़ जेल भेज दिया गया। सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी कि ईडी ने भी उन पर शिकंजा कस दिया और तिहाड़ से गिरफ्तार कर रिमांड पर ले लिया। इसको लेकर ही अब राजधानी की सियासत गरमा रही है।

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