गुजरात के उपमुख्यमंत्री का विवादित बयान, यदि हिंदू हुए अल्पसंख्यक तो न रहेगी लोकसभा, न रहेगा संविधान
गांधीनगर। गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने गुजरात के गांधीनगर में एक कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित करते हुए एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा, “देश में संविधान, धर्मनिरपेक्षता और कानून की बात तब तक चलेगी, जब तक हिंदू बहुसंख्यक हैं, हिंदू के बहुमत में रहने से कानून कायम रहेगा। लेकिन अगर यह समुदाय एक बार अल्पसंख्यक हो गया, तो फिर कुछ भी नहीं बचेगा।“
पटेल ने आगे कहा, “हमारे देश में कुछ लोग संविधान और धर्मनिरपेक्षता की बात करते हैं। लेकिन मैं आपको बताता हूँ और यदि आप इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग करना चाहते हैं, तो इसे कर सकते हैं। मेरे शब्दों को लिखकर रख लें। संविधान, धर्मनिरपेक्षता और कानून आदि की बात करने वाले ऐसा तब तक करेंगे, जब तक इस देश में हिंदू बहुसंख्यक हैं, जिस दिन हिंदुओं की संख्या घटती है, और दूसरों की वृद्धि होती है, तब न धर्मनिरपेक्षता, न लोकसभा और न संविधान रहेगा। सब कुछ हवा-हवाई होगा और दफन हो जाएगा। कुछ भी नहीं बचेगा।”
लाखों मुसलमान और ईसाई लोग देशभक्त भी हैं- नितिन पटेल
लगभग आधे घंटे के इस भाषण में पटेल ने कहा, “मैं सबकी बात नहीं कर रहा हूँ। मैं यह भी साफ कर दूं। लाखों मुसलमान और ईसाई लोग देशभक्त भी हैं। हजारों मुस्लिम भारतीय सैन्य बलों और गुजरात पुलिस फोर्स में हैं। वे सभी देश भक्त हैं।”
कार्यक्रम में राज्य के गृह मंत्री व आरएसएस के शीर्ष नेता भी थे मौजूद
पटेल ने यह भाषण 27 अगस्त, शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा मूर्ति स्थापना हेतु एक मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में दिया। इस मंदिर को सूबे का पहला भारत माता का मंदिर कहा जाता है।
पटेल के भाषण के समय, इस कार्यक्रम में राज्य के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा और वीएचपी व आरएसएस के शीर्ष नेता भी मौजूद थे।