Advertisement
Chhattisgarh

Chhattisgarh News: कांग्रेसी बनने के लिए बने ये नए नियम, अब पार्टी मेंबर बनने के लिए बतानी होंगी ये बातें

Share
Advertisement

रायपुर: छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह नगर में कांग्रेस का 85वां महाधिवेशन चल रहा है। इस अधिवेशन की शुरुआत 24 फरवरी से हुई थी। अधिवेशन कांग्रेस पार्टी के संविधान में बड़े पैमाने पर संशोधन करके नए नियम जोड़े गए हैं। कांग्रेस ने सीडब्ल्यूसी सहित अपनी समितियों में अनिवार्य सामाजिक और युवा कोटा को मंजूरी दे दी है। पार्टी कार्यकर्ताओं के संकल्प को और अधिक यथार्थवादी बनाने के लिए अपने सदस्यता फॉर्म में “शराब से परहेज” वाले संदर्भ को हटा दिया गया है। नए नियम के अनुसार, पार्टी में नामांकन फॉर्म में “मादक पेय और नशीली दवाओं से दूर रहने” का कॉलम जोड़ा गया है। बता दें कि 26 अक्टूबर, 2021 को एक बैठक के दौरान, राहुल गांधी ने सदस्यता की शर्तों पर सवाल उठाया था।

Advertisement

सदस्यता के लिए ये है नए नियम

नए नियम महाधिवेशन में पारित हो गए तो कांग्रेस सदस्यों को नशे से दूर रहना होगा। संविधान में किए गए संशोधन में कांग्रेस की सदस्यता के लिए अब शराब सेवन पर प्रतिबंध के साथ ही सभी तरह के नशों को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव शामिल किया गया है। शराब के साथ ही ड्रग्स, जर्दा, पान मसाला, साइकोट्रॉपिक ड्रग समेत सभी तरह के नशे की सामग्रियां शामिल होगी” नशा करने वाले सदस्यों और पदाधिकारियों को पार्टी में नहीं रखा जाएगा। शराब के साथ ही ड्रग्स, जर्दा, पान मसाला, साइकोट्रॉपिक ड्रग समेत सभी तरह के नशे की सामग्रियां शामिल होगी। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि कांग्रेस के संविधान संशोधन किया है। जिस प्रकार से देश दुनिया और समाज में बदलाव आया है। उसी प्रकार इस संविधान में भी संशोधन किया गया है। इसमें नशा विरोध को भी शामिल किया गया है।

50 फीसदी आरक्षण देने का फैसला

संशोधन के बाद, अब कॉलम को “मनोप्रभावी पदार्थों, निषिद्ध दवाओं और नशीले पदार्थों के उपयोग से दूर” के रूप में पढ़ा जाएगा। कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने इस बात से इनकार करते हुए कि कांग्रेस ने सदस्यता के लिए शर्त से शराब से परहेज किया था, दावा किया कि पार्टी ने नशे के नए रूपों को शामिल करने के लिए अपना दायरा बढ़ाया है। उन्होंने दावा किया कि शराब “नशे की लत” के अंतर्गत आती है। कांग्रेस ने अपने संविधान में संशोधन करते हुए पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के स्थायी सदस्यों की संख्या 25 से बढ़ाकर 35 करने और अनुसूचित जाति-जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (अपिव) और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को संगठन के सभी पदों पर 50 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया है। पार्टी के 85वें महाधिवेशन में 85 छोटे-बड़े संशोधनों को मंजूरी दी गई।

ये भी पढ़े: Chhattisgarh: पिछड़ी जनजाति के छात्रों का हुनर तराश रहा एकलव्य अकादमी, छात्रों को ऐसे दे रहा प्रशिक्षण

Recent Posts

Advertisement

कलयुगी मां ने दुधमुंही बच्ची को उतारा मौत के घाट… फिर खुद का भी रेता गला!

Balrampur: एक कलयुगी मां ने रिश्तों के बंधन को तार-तार करने का काम किया है।…

May 21, 2024

Char Dham Yatra: चार धाम यात्रियों को बड़ा झटका, रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक लगी रोक

Char Dham Yatra: चार धाम यात्रा में भारी भीड़ के चलते 31 में तक ऑफलाइन…

May 21, 2024

Basti: कांग्रेस व सपा के अनर्थकारी गठबंधन की मंशा अच्छी नहींः CM योगी

Basti: अबकी बार-400 पार की बात पर सपा के लोगों को चक्कर आने लगता है,…

May 21, 2024

UP: सपा रामभक्तों पर गोलियां चलवाती थी, आज फूल बरस रहे हैं, संत कबीर नगर में गरजे CM योगी

UP: समाजवादी पार्टी राम भक्तों पर गोलियां चलवाती थी। वहीं आज अयोध्या में राम भक्तों…

May 21, 2024

This website uses cookies.