किसान न्याय योजना के माध्यम से लाभांवित होंगे छत्तीसगढ़ के लाखों किसान, 1895 करोड़ रूपये जारी

किसान न्याय योजना के माध्यम से लाभांवित होंगे छत्तीसगढ़ के लाखों किसान, 1895 करोड़ रूपये जारी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के भाटापारा के निकटवर्ती ग्राम -सुमाभाठा में कृषक सह श्रमिक सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री बघेल राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रदेश के 24.52 लाख किसानों को 1895 करोड़ रुपये की तीसरी किश्त की राशि बटने की योजना है। इसके माध्यम से, किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी ताकि उन्हें उनके कृषि कार्यों में सुधार करने के लिए और अधिक समर्थन मिल सके। यह कदम प्रदेश के किसानों के लिए आर्थिक सुधार करने का एक प्रयास है और उन्हें वित्तीय सहायता पहुंचाने का उद्देश्य है। इसके माध्यम से किसानों को उनके खेती कामों के लिए और अधिक सामर्थ्य मिलेगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
CM भूपेश बघेल और मल्लिकार्जुन खरगे हुए शामिल
यह सममेलन दिनांक 28 सितंबर 2023 को बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के भाटापारा ग्राम-सुमाभाठा में आयोजित किया गया और इसमें नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए। यह सम्मेलन कृषकों और श्रमिकों के मुद्दों पर चर्चा करने और उनकी आवश्यकताओं को सुनने का एक मौका प्रदान करेगा। इस सम्मेलन में कृषकों और श्रमिकों के आर्थिक सुधार, कृषि और ग्रामीण विकास, श्रमिक संरक्षण, और अन्य मुद्दों पर चर्चा की गयी। यह एक महत्वपूर्ण घटना हो सकती है जिसमें राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री का साथ होगा, ताकि वे कृषकों और श्रमिकों के मुद्दों पर विचार कर सकें और समाधान प्रस्तुत कर सकें। इस सममेलन के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है, जिससे कृषकों और श्रमिकों के मुद्दों का महत्वपूर्ण समाधान ढूंढने का प्रयास किया जा सकता है।
24.52 लाख किसानों के लिए जारी हुई तीसरी किश्त
बता दें कि इसमें प्रदेश के कृषकों और श्रमिकों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री बघेल के द्वारा किसानों के लिए “राजीव गांधी किसान न्याय योजना” के अंतर्गत 24.52 लाख किसानों को 1895 करोड़ रुपये की तीसरी किश्त की राशि जारी करने की घोषणा करने का महत्वपूर्ण कदम है। इससे कृषकों को आर्थिक सहायता मिलेगी और उनका किसानी कार्य मजबूत होगा। इसके अलावा, 266 करोड़ रुपये के 264 विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण भी होने वाला है, जिससे प्रदेश के विकास में सुधार किया जा सकेगा। सम्मेलन में विभिन्न मंत्री और सांसदों का भी भाग लेना बहुत महत्वपूर्ण होगा, ताकि उन्हें कृषकों और श्रमिकों के मुद्दों को सुनने और समाधान प्रस्तुत करने का मौका मिल सके। इस सम्मेलन से यह सुनिश्चित हो सकता है कि प्रदेश में कृषकों और श्रमिकों के हित में नवाचार और सुधार किए जा रहे हैं।
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