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Chhattisgarh: बस्तर में बढ़ रहा लंपी वायरस का खतरा! अबतक 160 मामले आए सामने    

बस्तर

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Chhattisgarh: बस्तर जिले में लंपी वायरस मवेशियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। लगातार लंपी वायरस के प्रकोप से बस्तर संभाग में मवेशियों की मौत हो रही है। जिससे इन मौतों को लेकर मवेशी मालिको में चिंता सताने लगी है। और इन बढ़ते मौतों को लेकर और लंपी वायरस के रोकथाम के लिए पशु चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन को ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे है। साथ ही इस वायरस से निपटने के लिए बेहतर योजना बनाने की मांग मवेशी मालिको ने प्रशासन से की है।

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इधर लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ने के बावजूद भी जिले में लगने वाले कुछ पशु बाजारो को बंद नहीं किया गया है। जिसके चलते विश्व हिंदू परिषद के जिला प्रचार प्रसार प्रमुख रोहन कुमार ने इन बाजारों को और उड़ीसा राज्य से लाये जा रहे गौ वंश की खरीदी बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है।

 उनका कहना है कि इन गौ वंश में वायरस ग्रसित पशु भी देखे गए हैं। जो कि चिंताजनक विषय है ऐसे में पशु बाजार बंद होने के साथ अन्य राज्यों से बस्तर लाये जा रहे मवेशियों का परिवहन भी बंद किया जाना चाहिए। लेकिन प्रशासन के द्वारा इसे रोकने में कोई रुचि नहीं दिखाया जा रहा है और लगातार पशु बाजार और गौ वंश का परिवहन बड़ी संख्या में किया जा रहा है।

अबतक सामने आए 160 मामले  

पशु चिकित्सा विभाग के संयुक्त संचालक डी.के नेताम ने बताया कि लंपी वायरस को लेकर विभाग पूरी तरह से सतर्क है। अबतक 160 मामले मिले है जिसमे 19 मामले अभी भी एक्टिव है। जिसमे 5 मवेशियों की मौत हो गई है। इस मामले में जिला स्तरीय टीम बनाई गई है। ब्लॉकों में भी टीम को गठित कर मोनिटरिंग की जा रही है। मवेशी पलकों को भी जागरूक की जा रही है। जब भी नए मामले मिलते है तो तत्काल ही मवेशियों को आइसुलेट कर इलाज किया जाता है। बाकी मवेशियों से उसे अलग कर इलाज किया जाता है। इस बीमारी को देखते हुए लगातार हमारी टीम ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में काम कर रही है। यही वजह है कि हम इस बीमारी से लड़ पा रहे है।

रिपोर्ट-नितेश ठाकुर

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