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Chhattisgarh: स्वास्थ्य सुविधा खस्ताहाल, बेचारी जनता बेबस, बेहाल  

Chhattisgarh: स्वास्थ्य सुविधा खस्ताहाल, बेचारी जनता बेबस, बेहाल

Chhattisgarh: स्वास्थ्य सुविधा खस्ताहाल, बेचारी जनता बेबस, बेहाल

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Chhattisgarh: नवीन जिला मनेन्द्रगढ़ में स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति इतनी खराब,है कि आज भी सोनोग्राफी के लिए जाना पड़ रहा बाहर, सरकारी अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ की कमी,और अस्पताल में डॉक्टरों के बैठने के लिए और मरीज का इलाज करने के लिए चेम्बर की कमी है। एक ही चेम्बर में तीन तीन डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे है। मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल बेहाल है।

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हालात यह है कि यहां न तो कोई स्त्री रोग विशेषज्ञ है और न ही कोई रेडियोलॉजिस्ट है। इसके चलते लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मनेन्द्रगढ़ शहर की बात करें तो यहां केंद्र सरकार का केंद्रीय चिकित्सालय और राज्य सरकार का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दो बड़े अस्पताल है। मगर दोनो ही जगह पर यह पद खाली पड़े है। मिनी रत्न कह जाने वाली कम्पनी SECL का केंद्रीय चिकित्सालय जो मनेंद्रगढ़ के आमाखेरवा में स्थित है। जहां कोयला कामगारों और उनके परिवार के लिए खोले गए इस चिकित्सालय में सात साल से सोनोग्राफी मशीन रेडियोलाजिस्ट नही होने के कारण सोनोग्राफी जैसी महत्वपूर्ण सुविधा बन्द पड़ी है।

 वही एक साल से अधिक समय से स्त्री रोग विशेषज्ञ नही है । कोयला उत्पादन कर करोड़ो रुपए कमाने वाली कंपनी का यह हाल है जिसके चलते इस कंपनी में काम करने वाले श्रमिको और उनके परिजनों को परेशानी हो रही है। वही मनेंद्रगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी कई साल से सोनोग्राफी नही हो पा रहा है। वही दो साल से कोई गायनोलॉजिस्ट भी यह नही है। जिसके चलते लोग निजी नर्सिंग होम में जाने को मजबूर है। लोगों की समस्या है कि सिर्फ स्त्री रोग की दो निजी डॉक्टरों को छोड़ दी जाए तो पूरे क्षेत्र में कहीं भी सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है। जिसके कारण यहां के लोगों की सोनोग्राफी कराने बाहर जाना पड़ रहा है।

स्त्री फॉउंडेशन की अध्यक्ष रश्मि सोनकर की सरकार से मांग

इस संबंद में प्रबल स्त्री फॉउंडेशन की अध्यक्ष रश्मि सोनकर ने सरकार से इस ओर ध्यान देकर सुविधा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सुरक्षित प्रसव हर महिला का अधिकार है ऐसे में सुविधाओं के अभाव में उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है । केंद्र और राज्य सरकार दोनो के अस्पतालों में न तो गायनोलॉजिस्ट है और न ही रेडियोलाजिस्ट है। ऐसे में लोगो को सुविधा नही मिल रही है और लोग परेशान हो रहे है।

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