भूपेश बघेल का बेरोजगारी भत्ते का ऐलान, बीजेपी परेशान, छेड़ दिया घमासान

CM भूपेश बघेल ने किया बेरोजगारी भत्ते का ऐलान
चुनावी साल में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक और बड़ी घोषणा कर दी है। गणतंत्र दिवस पर प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐलान किया है कि अगले वित्तीय वर्ष से शिक्षित बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा
भूपेश बघेल ने किया ट्वीट
मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट के जरिए भी प्रदेश की जनता को अपनी इस सौगात की जानकारी दी। बघेल सरकार के इस ऐलान के बाद सूबे में सियासी घमासान तेज हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट के जरिए तंज कसते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोल दिया।
कांग्रेस की छत्तीसगढ़ इकाई ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि अब हर महीने बेरोजगारों को मिलेगा ‘बेरोजगारी भत्ता’, इसके बाद बीजेपी की छत्तीसगढ़ इकाई ने भी ट्वीट की चिड़िया उड़ा दी। पलटवार करने में देर नहीं लगाई।
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रमन का नहीं मोदी सरकार का बखान
हालांकि बीजेपी भूपेश बघेल सरकार को घेर तो रही है लेकिन अपनी सरकार के दौरान की उपलब्धियां गिनाने में कहीं न कही नाकाम दिखाई दे रही है। बीजेपी के ट्वीटर हैंडल पर मोदी सरकार की योजनाओं का बखान तो पूरे आंकड़ों के साथ किया जा रहा है लेकिन रमन सरकार की योजनाओं के आंकड़े दिखाई नहीं दे रहे। इस पर बीजेपी चुप है लेकिन भूपेश बघेल सरकार को कोसने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही
छत्तीसगढ़ में सबसे कम बेरोजगारी
गौरतलब है कि सीएमआईई यानी सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर 0.1 प्रतिशत यानी की पूरे देश में सबसे कम है जबकि 2018 में बेरोजगारी दर 3 प्रतिशत से ऊपर थी। इसीलिए कांग्रेस सवाल दाग रही है कि अगर रोजगार में आप अव्वल हैं तो फिर बेरोजगारी भत्ते की जरूरत क्यों, क्या है चुनावी दांव है?
भूपेश बघेल सरकार पर कर्ज का बोझ
दूसरा अहम सवाल ये है कि 2018 में छत्तीसगढ़ सरकार पर 41 हजार करोड़ का कर्ज था तो वर्तमान में बढ़कर 85 हजार करोड़ के करीब पहुंच गया है। 400 करोड़़ रुपए हर महीने ब्याज में जा रहे हैं। ऐसे में बेरोजगारी भत्ते के लिए पैसा कहां से आएगा?