आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली से 8 की गई जान, 5 दिनों में मुआवजा राशि देने का प्रावधान

Raipur News: विधानसभा सभा के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को बेमौसम बारिश से हुए फसलों के नुकसान का मुद्दा उठा। बीजेपी के सदस्य शिवरतन शर्मा ने आरोप लगाया कि बरसात से हुए नुकसान का सरकार ने संज्ञान नहीं लिया। अजय चंद्राकर बोले- रबी की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। किसान सरकार की नीतियों से बेबस हो गया है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने नुकसान का मूल्यांकन कराकर उचित मुआवजा देने की मांग की। इस पर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि सभी जिला कार्यालयों को निर्देशित किया गया है। आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली से 8 व्यक्ति और 36 पशुओं की जान गई है। फसल क्षति का आंकलन अभी जारी है। 15 दिनों के भीतर मुआवजा राशि देने का प्रावधान है, जल्द ही आंकलन के बाद सहायता राशि जारी कर दी जाएगी।
धरमलाल कौशिक ने पूछा- जन घोषणा पत्र में क्या बंद स्कूलों को प्रारंभ करने की घोषणा भी की गई थी। प्रदेश में जनवरी 2019 से दिनांक 31 जनवरी 2023 तक कितने नक्सल प्रभावित बंद स्कूलों को प्रारंभ किया गया है। इसमें कितने शिक्षक कार्यरत हैं तथा कितने बंद स्कूलों को चालू करने की योजना है। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने दिया जवाब- 275 बंद स्कूलों को प्रारंभ किया गया है और इनमें 185 शिक्षक कार्यरत है। बीजापुर में 199 स्कूल,कांकेर में 2,सुकमा में 74 बंद स्कूल खोले गए। प्रायमरी स्कूल में 146 और मिडिल स्कूल के 39 शिक्षक है। जहां पर शिक्षक नहीं है वहां 12वी पास लोगों से पढ़ाई करवाई जा रही है।
धरमलाल कौशिक ने कहा- इन्होंने हिंदी मीडियम स्कूलों पर कब्जा कर लिया है। कोई निविदा नहीं बुलाई गई है। स्कूलों का जीर्णोद्धार करा कर डीएमएफ की राशि से भुगतान कर बंदरबांट किया गया है।
इस पर टेकाम ने कहा- 181 स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए निविदा बुलाई गई है। कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। अलग-अलग एजेंसी के जरिए निविदाएं बुलाई गई है। हमने किसी स्कूल पर कब्जा नहीं किया है। हिंदी और अंग्रेजी दोनों स्कूल चल रहे हैं।