Hartalika Teej 2021: हरितालिका तीज व्रत आज, जानिए पूजन का शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

नई दिल्ली। पूरे देश में आज सुहागिनों का पर्व हरितालिका तीज मनाया जा रहा है। यह पर्व पत्नी अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती है।
हरितालिका तीज व्रत आज 9 सितंबर दिन गुरुवार को मनाया जा रहा है। हिंदी पंचांग के मुताबिक यह तीज व्रत हर साल भादों के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव और देवी पार्वती की आराधना करती हैं और अखंड सौभाग्यवती होने एवं वैवाहिक जीवन में सुख शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करती हैं।
दूसरी ओर कुवांरी लड़कियां सुयोग्य और मनवांछित वर प्राप्त करने के लिए इस दिन उपवास रखकर व्रत का विधि विधान से पालन करती है। हरितालिका तीज व्रत को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि महिलाएं बिना पानी और बिना कुछ खाए 24 घंटे का उपवास रखती है। इसलिए इसे काफी कठिन व्रत माना जाता है।

जानिए हरितालिका तीज व्रत का पूजा और शुभ मुहूर्त
हरितालिका तीज व्रत की पूजा के लिए 9 सिंतबर दिन गुरुवार को शाम 06 बजकर 10 मिनट से रात 07 बजकर 54 मिनट का समय शुभ बताया गया है। ज्योतिषीय गणना के मुताबिक, यह सर्वार्थ सौभाग्य वृद्धि करने वाला अति शुभ मुहूर्त है। पूजन के समय आज रवि योग का दुर्लभ संयोग भी बन रहा है।
जानिए हरितालिका तीज व्रत के नियम
1. हरितालिका तीज पर तृतीया तिथि में ही पूजा करनी चाहिए। तृतीया तिथि में पूजा गोधली और प्रदोष काल में ही की जाती है। वहीं, चतुर्थी में पारण किया जाता है।
2. नवविवाहिताएं पहली बार इस व्रत को जिस तरह रख लेंगी उन्हें हमेशा उन्हें इसी प्रकार से व्रत को करना होगा। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि पहले व्रत से जो नियम आप उठाएं उनका पालन जरुर करें। अगर निर्जला ही व्रत रखा था तो फिर हमेशा निर्जला ही व्रत रखें। आप इस व्रत में बीच में पानी नहीं पी सकते।

3. तीज व्रत में खाना, पानी, फल 24 घंटे कुछ भी नहीं खाया जाता है। इसलिए इस व्रत का श्रद्धापूर्वक पालन करें।
4. तीज का व्रत एक बार आपने शुरू कर दिया है तो आपको इसे हर साल रखना होगा। अगर किसी साल बीमार हैं तो व्रत छोड़ नहीं सकते।
5. इस व्रत में सोना नहीं चाहिए। व्रती महिलाओं को रातभर जागकर भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए।
6. चतुर्थी तिथि यानी अगले दिन व्रत को खोला जाता है। व्रत की पारण विधि के मुताबिक करना चाहिए।
तो फिर आप भी जान लें व्रत के नियम और करें इसका पालन।