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देश में 100 किलोमीटर के मौत के हाईवे की क्या है असली सच्चाई, जानें?

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इस महीने की शुरूआत ही बड़ी दुखद खबर सामने आई थी, जिसमें Tata संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) की मौत की एक सड़क हादसे में हो गई थी। फिलहाल उस मामले की जांच चल रही है।ये खबर एक बार फिर से सुर्खियों में इसलिए आई है।

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ये घटना एक बार की नहीं है बल्कि पुलिस अधिकारियों के मुताबिक ठाणे के घोडबंदर से पालघर के दपचारी के बीच मुंबई-अहमदाबाद (Ahemdabad) राजमार्ग के 100 किलोमीटर लंबे हिस्से में इस साल 262 दुर्घटनाएं हुई हैं। बता दें जिसमें अब तक 62 लोगों की मौत और 192 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर सामने आई है।

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अधिकारियों ने कहीं बड़ी बातें

अधिकारियों ने बताया कि इन घटनाओं के पीछे तेज रफ्तार सबसे बड़ा कारण है, हालांकि कई बार सड़को की मरम्मत भी इन हादसों की मुख्य वजह बन जाती है। इसलिए ये कहना गलत होगा कि इस रास्ते  पर चलना हमेशा ही खतरे का सौदा है। इसी कड़ी में उन्होंने ये भी कहा कि कहीं न कहीं इसके पीछे मानवीय भूल ही हैं। इसके साथ ही अधिकारियों ने इस मार्ग पर जनसुरक्षा के लिए  कई तरह की ऩई सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात की है।  

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