UKSSSC पेपर लीक मामले में नकल माफिया गैंग का पर्दाफाश, एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी
Uttarakhand News: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) मामले में एसटीएफ ने नकल माफिया गैंग की अहम कड़ी को गिरफ्तार किया है। शासकीय इंटरमीडिएट कॉलेज नेटवाड,मोरी जनपद उत्तरकाशी में शिक्षक तनुज शर्मा निवासी रायपुर को पकड़ा, जिसके बाद उसने पुलिस हिरासत में कई राज खोले। नकल माफिया गैंग का पर्दाफाश करते हुए एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के पेपर लीक मामले में एसटीएफ अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
UKSSSC पेपर लीक मामले में नकल माफिया गैंग का पर्दाफाश
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि उत्तराखंड नकल माफिया के तार उत्तर प्रदेश के शातिर लोगों से जुड़े हैं। अंतरराज्यीय नकल माफिया का पर्दाफाश होगा। कहा कि नकल गैंग की पूरी नकेल जल्दी होगी। उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में टीमें रवाना की जा रही है। इससे पहले शनिवार को गिरफ्तार अभियुक्त तनुज शर्मा के घर पर भी करीब 20 से 22 लड़कों को यह प्रश्न पत्र परीक्षा से एक रात पहले भी याद करवाया गया था। हाकम सिंह रावत 4 दिसंबर 2021 को कुछ छात्रों को दो वाहनों में लेकर धामपुर गया था जिसमें गिरफ्तार अभियुक्त तनुज शर्मा भी था। हाकम सिंह रावत की गहन पूछताछ में कुछ अन्य के नाम सामने आए है।
एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी
शासन ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग सचिव संतोष बड़ोनी को हटा दिया है। आयोग के पेपर लीक जांच में हो रहे खुलासों के बीच यह कदम उठाया गया है। बड़ोनी के स्थान पर राज्य सचिवालय में संयुक्त सचिव सुरेंद्र सिंह रावत को सचिव पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। दिसंबर महीने से खाली चल रहे आयोग के परीक्षा नियंत्रक के पद पर भी शासन ने तैनाती कर दी है। पीसीएस अफसर शालिनी नेगी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आज 18वें अभियुक्त को गिरफ़्तार किया गया
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक पर STF उत्तराखंड SSP अजय सिंह ने बताया कि अधिकृत परीक्षा लीक मामले में मुख्यमंत्री जी के आदेश पर मामला दर्ज़ हुआ था। STF द्वारा साक्ष्यों के आधार पर मामले में कार्रवाई की गई थी। आज 18वें अभियुक्त को गिरफ़्तार किया गया है। साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर हमें कई संकेत मिले हैं। ऐसे कई छात्रों का पता चला है जो पेपर लीक मामले में थे। भविष्य में मामले से जुड़े कई लोगों की गिरफ़्तारी संभव है।