प्रयागराज: प्रयागराज में जुमे के दिन अटाला में हुए बवाल (Prayagraj Violence) के मास्टमांइड जावेद के खिलाफ योगी सरकार बड़ी तेजी से कार्रवाई कर रही है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने करेली के जेके आशियाना स्थित उसके आलीशान बंगले पर बुलडोजर चलवाकर जमींदोज कर दिया। वहीं ये ध्वस्तीकरण की कार्रवाई 12 बजे से 4 बजे तक चली। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती रही। कार्रवाई के दौरान मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद के करेली स्थित घर से कई आपत्तिजनक सामान मिले हैं। इनमें अवैध असलहों से लेकर पोस्टर, झंडे व अन्य कागजात शामिल हैं। कुछ ऐसे कागजात भी मिले हैं, जिनमें न्यायालय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। पुलिस ने इन सभी चीजों को कब्जे में ले लिया है।
जावेद के घर से कई अहम दस्तावेज बरामद
रविवार को जब जावेद का मकान जमींदोज (Prayagraj Violence) किया जाना था तो कार्रवाई से पूर्व घर का सामान अधिकारियों ने हटवाया। इस दौरान अफसरों को घर से दो तमंचे मिले। इसके अलावा आपत्तिजनक पोस्टर व झंडे भी बरामद हुए। पुलिसकर्मी तब हैरान रह गए जब यहां कुछ ऐसे कागजात मिले, जिनमें न्यायालय पर टिप्पणी की गई थी। एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि इन सभी चीजों को कब्जे में लिया गया है, जिन्हें विवेचना में शामिल किया जाएगा।
आपत्तिजनक पोस्टर व झंडे भी बरामद
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जावेद (Prayagraj Violence) के घर से बड़ी संख्या में साहित्य भी मिले हैं। इनमें किताबों के साथ ही रिसर्च पेपर व अन्य दस्तावेज भी थे। खास बात यह कि इनमें अरब समेत अन्य मुस्लिम देशों के साहित्य भी शामिल हैं। कुछ रिसर्च पेपर ऐसे हैं, जिनका संबंध पाकिस्तान समेत अन्य देशों के प्रोफेसरों से है। इस तरह के साहित्य भी मिले हैं, जिनमें इस्लाम धर्म के बारे में विस्तार से बताया गया है। ऐसी ही एक किताब ‘इज इस्लाम अ वॉयलेंट रिलीजन?’ शीर्षक की है। इसे मक्का स्थित यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग के पूर्व प्रोफेसर ने लिखा है। एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि बरामद साहित्य में कुछ धार्मिक किताबें भी हैं। देखा जा रहा है कि इनमें क्या लिखा है।
जावेद के घर से बड़ी संख्या में साहित्य भी मिले
जानकारी के मुताबिक रविवार को हुई कार्रवाई में मास्टरमाइंड जावेद को एक करोड़ से ज्यादा की चोट पहुंची है। उसका आलीशान दो मंजिला मकान लगभग 1500 स्क्वॉयर फुट क्षेत्रफल में बना था। जेके आशियाना करेली के उन मोहल्लों में गिना जाता है, जहां जमीन की कीमतें काफी ज्यादा हैं। वर्तमान की बाजार दरों के हिसाब से यदि कीमत 50 हजार रुपये प्रति वर्ग गज भी मान ली जाए तो केवल जमीन का मूल्य ही 80 लाख से ज्यादा होता है। इसमें निर्माण की लागत जोड़ ली जाए तो कुल मालियत सवा करोड़ के आसपास होगी।
कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक की गई कार्रवाई
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जावेद पंप के अवैध निर्माण को कानूनी प्रक्रिया के अनुसार ध्वस्त किया है। हमने उपद्रवियों को चिन्हित कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज के सहारे उन पर कार्रवाई की जा रही है। शांति व्यवस्था भंग करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।