Hijab Row: पंजाब में भी हुई हिजाब विवाद की एंट्री, लुधियाना में 12 फरवरी को मुस्लिम बेटियां निकालेगी हिजाब मार्च
नई दिल्लीः कर्नाटक के एक कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने का मामला और भी कई राज्यों में फैल रहा है। वहीं हिजाब विवाद की पंजाब में भी एंट्री हो गई है। इस दौरान हिजाब पहनने को लेकर शुरू किए गए विरोध की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए लुधियाना में ऐतिहासिक जामा मस्जिद में शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई।
मालूम हो कि इस बैठक में लुधियाना की सभी मस्जिदों और मदरसों के साथ-साथ तमाम मुस्लिम सामाजिक संस्थाओं के प्रधान और इमाम साहिबान शामिल हुए। इस मुख्य बैठक के दौरान सभी सदस्यों ने घोषणा कि की लुधियाना में 12 फरवरी को सुबह सिविल अस्पताल रोड से ब्राउन रोड, सुभानी बिल्डिंग, जामा मस्जिद जेल रोड होते हुए एक विशाल हिजाब मार्च निकाला जाएगा।
जिसमें लुधियाना की सभी मुस्लिम बहनें और बेटियां शामिल होंगी। इस बैठक में शाही इमाम ने बताया कि हम कर्नाटक की उस बहादुर बेटी मुस्कान को सलाम पेश करते हैंजिन्होंने फिरका के दर्जनों फिरका परस्तों का अल्लाह-हू-अकबर की आवाज के साथ जवाब दिया। शाही इमाम ने आगे कहा कि मुस्कान ने बुजदिलों को स्पष्ट बता दिया है कि बेटियां डरने वाली नहीं हैं।
इतना ही नहीं, शाही इमाम ने जानकारी देते हुए बताया कि अब कर्नाटक से देश में नफरत का नया संदेश वहां के फिरकापरस्त हिजाब का नाम लेकर दे रहे हैंक्योंकि सत्ता में आए इन नाकाम नेताओं के पास नफरत और धर्म की राजनीति के सिवाय कुछ बचा ही नहीं है। जबकि हिजाब और बुर्का आज नहीं आया है बल्कि सदियों से मुस्लिम बेटियों ने पढ़ाई के साथ-साथ पहना है।