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वाराणसी: बाढ़ के बाद जिले में डेंगू मलेरिया संक्रमण रोगों का खतरा, अस्पतालों के बेड हुए फुल

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नई दिल्ली: गंगा नदी (The River Ganges) और वरूणा (Varuna) का बाढ (flood) का पानी तेजी से उतरता जा रहा है। जबकि बीमारियों और दुश्वारियों का भी प्रकोप अब चरम पर बढता ही जा रहा है। बीमारियों और संक्रमण के चलते अस्पतालों का बेड फुल हो गया है। बता दें कि तमाम जगहों पर तो वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इलाज चल रहा है। दरअसल, इन दिनों कबीरचौरा (kabirchaura) स्थित मण्डलीय अस्पताल का लगभग हर वार्ड भर चुका है।

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जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा बच्चों में डायरिया (diarrhea) और डेंगू (Dengue) का प्रकोप देखा जा रहा है। जिसकी वजह से वाराणसी (Varanasi) के कबीरचौरा अस्पताल (Kabirchaura Hospital) में मरीजों (patients) की संख्या बढ़ गयी है। जिसके कारण सुबह से लोग लाइन मे खडे होकर अपने मरीज की पर्ची कटवा रहे है। बाढ प्रभावित क्षेत्रों में नदियों के जलस्तर में कमी आने के साथ ही संक्रमण और गंभीर बीमारियों का भी प्रकोप बढता ही जा रहा है।

सबसे ज्यादा प्रभावित बाल विभाग

सूत्रों के मुताबिक इसका कारण कई जगहों पर न तो कूड़ा उठाया जा रहा है और न ही साफ किया जा रहा है। जिससे हर तरफ परेशानी बढ़ती जा रही है।साथ ही बीमारियों का दहशत भी फैल रहा है। दरअसल, शहर के हर सरकारी अस्पतालों (government hospitals) की स्थिति दयनीय हो चली है। इसका नजारा कबीरचौरा स्थित मण्डलीय अस्पताल में भी देखने को मिला। यहां सबसे ज्यादा प्रभावित बाल विभाग है। बता दें कि कबीरचौरा स्थित मंडल अस्पताल में बीमारियों का कहर देखने को मिला है। वहां सबसे ज्यादा प्रभावित बाल विभाग है।

मालूम हो कि वार्ड फुल हो जाने से एक अतिरिक्त वार्ड को भी बनाया गया है। मरीजों की तादात करीब हर वार्ड में देखी जा रही है। वहीं, अगर बात करें डेंगू की तो वाराणसी में लगभग डेंगू के मरीजों (patients) से डेंगू वार्ड (dengue ward) फूल है। शहर के सरकारी अस्पतालों (government hospitals) डेंगू के अभी 100 से ज्यादा संभावित मरीज अभी डेंगू के हैं।

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