Heavy Snowfall: जम्मू-कश्मीर में हुई भारी बर्फबारी, लापता हुए लोगों की तलाश के लिए विशेष अभियान शुरू
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से किश्तवाड़ जिले की पैदल यात्रा के दौरान एक दिन पहले लापता हुए करीब छह लोगों का पता लगाने के लिए अधिकारियों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। दरअसल इन छह लोगों ने बुधवार को भारी बर्फबारी के दौरान यात्रा शुरू की थी। इतना ही नहीं, इस भारी बर्फबारी के चलते कश्मीर में व्यापक नुकसान भी हुआ है।
मालूम हो कि वहां के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि उनका पता लगाने के लिए त्रिस्तरीय बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। जिससे इन लोगों के बर्फबारी की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है। वहीं आपदा प्रबंधन के प्रमुख आमिर अली ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्गन टॉप पर लापता छह लोगों की तलाश के लिए बचाव अभियान शुरू किया गया है।
लोगों की तलाश के लिए बचाव अभियान शुरू
इसके साथ ही आपदा प्रबंधन के प्रमुख आमिर अली ने कहा कि एक टीम सड़क मार्ग से स्नो कटर मशीन और जेसीबी के साथ आगे बढ़ रही है। जिसके नेतृत्व में एक एसडीएम तहसीलदार, मेड और एनएचआईडीसीएल के अधिकारी हैं। आपदा प्रबंधन के प्रमुख आमिर ने बताया है कि सेना के बचाव दल और स्थानीय स्वयंसेवकों की एक दूसरी टीम पैदल आगे बढ़ रही है।
लोगों के बर्फबारी की चपेट में आने की आशंका
इस बीच स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि हेलीकॉप्टर बचाव दल फिलहाल लरकीपोरा में तैयार है और मौसम के सुधरने का इंतजार कर रहा है। जानकारी के मुताबिक, वारवन के छह लोग मार्गन टॉप होते हुए अनंतनाग से पैदल ही निकले थे। बताया जा रहा है कि वारवन जाने के लिए दुर्गम मार्गन टॉप से होकर गुजरना पड़ता है जहां पर गर्मियों में भी बर्फीले तूफ़ान आते है।
बर्फीले तूफ़ान में फंसे कई लोग जान गंवा चुके
आपको बता दें कि मार्गन टॉप के नाम का अर्थ है – मौत का पहाड़ है और इस इलाके में बर्फीले तूफ़ान में फंसे लोग इससे पहले भी अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि कश्मीर घाटी खासकर दक्षिण के इलाकों में बुधवार को भारी बर्फबारी हुई और लोगों के बर्फ में फंसने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि लापता लोगों के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है।