हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने दिया इस्तीफा, जानें वजह
हरियाणा के खेल मंत्री और ओलिंपियन संदीप सिंह पर लगे आरोप बेहद ही साफ छवि वाले संदीप पर खेल विभाग की जूनियर महिला कोच ने उत्पीड़न का केस दर्ज करवाया है जिसके बाद संदीप सिंह ने अपने पद से इस्तीफा सौंपते हुए कहा कि मेरे ऊपर जितने भी आरोप लगाए जा रहें हैं सब साजिश हैं। इस पर पूरी तरह से सही जांच होनी चाहिए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके और हकीकत सामने आ सके।
चंडीगढ़ के सेक्टर 26 पुलिस थाने में दर्ज केस में IPC की धारा 354, 354ए, 354 बी, 342 और 506 लगाई गई है। चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक केस दर्ज करने के बाद इसकी जांच की जा रही है। संदीप सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले में जांच चल रही है। जब इस मामले की रिपोर्ट आएगी, उसके बाद ही मुख्यमंत्री अगला फैसला करेंगे।
महिला जूनियर कोच ने आरोप लगाते हुए कहा कि महिला कोच ने बताया कि 2016 रियो ओलिंपिक में हिस्सा लेने के बाद वह खेल विभाग में जूनियर कोच के तौर पर भर्ती हुई थी। जिसके बाद संदीप सिंह ने इंस्टाग्राम और स्नैपचैट पर उसको मैसेज भेजे। फिर मुझे चंडीगढ सेक्टर 7 लेक साइड मिलने के लिए बुलाया। मैं नहीं गई तो वे उसे इंस्टाग्राम पर ब्लॉक और अनब्लॉक करते रहे। महिला कोच के आरोपों के मुताबिक 1 जुलाई को मंत्री ने उसे स्नैपचैट कॉल किया। जिसमें डॉक्यूमेंट्स वैरिफिकेशन के लिए मुझे सेक्टर 7, चंडीगढ़ में अपने आवास पर आने के लिए कहा।
#WATCH | Haryana minister Sandeep Singh says he is handing over the responsibility of the Sports department to the CM, after allegations of sexual harassment levelled against Singh by a female coach. pic.twitter.com/0SyGFefyCL
— ANI (@ANI) January 1, 2023
महिला कोच ने कहा कि इसके बाद वह मंत्री के सरकारी घर में पहुंची। वहां वे कैमरा वाले ऑफिस में बैठना नहीं चाहते थे। वह मुझे अलग कैबिन में लेकर गए। वहां मेरे पैर पर हाथ रखा। मंत्री ने कहा कि तुम मुझे खुश रखो, मैं तुम्हें खुश रखूंगा। मेरी बात मानने पर आपको सभी सुविधाएं और मनचाही जगह पोस्टिंग मिलेगी।
महिला कोच ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि शाम करीब 6.50 बजे मंत्री संदीप सिंह ने उससे छेड़छाड़ की। इस दौरान महिला कोच की टी-शर्ट फट गई। किसी तरह वह उनके चंगुल से छूटकर बाहर गई। महिला कोच ने आरोप लगाया कि जब मैंने मंत्री की बात नही मानी तो मेरी ट्रांसफर कर दी गई। मेरी ट्रेंनिग तक रोक दी गई। मैंने घटना की शिकायत के लिए डीजीपी कार्यालय, सीएम हाउस और गृह मंत्री अनिल विज हर स्तर पर प्रयास किया, लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई।