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हार के डर से बीजेपी ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर को डरा-धमकाकर टाले दिल्ली निगम चुनाव: AAP

दुर्गेश पाठक
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नई दिल्ली: ‘आप’ एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने कहा कि देश का लोकतंत्र खतरे में है। हार के डर से बीजेपी ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर को जेल में डालने की धमकी देकर दिल्ली निगम चुनाव को टाला। बीजेपी पहले भ्रष्ट लोगों को अहम पदों पर बिठाती है, समय आने पर डरा-धमकाकर मनचाहा काम करवाती है।

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दिल्ली निगम के चुनाव टालने के लिए EC को जेल में डालने की दी गई धमकी

प्रेसवार्ता में मौजूद ‘आप’ विधायक आतिशी (Atishi) ने कहा कि यह लोकतंत्र के अंत की शुरुआत है, हार के डर से आज निगम चुनाव टाला है, कल को राज्य के चुनाव टाल सकते हैं। यदि केंद्र यूनिफिकेशन चाहती है तो वह चुनाव के बाद भी संभव है, आज हम 3 हाउस में बैठते हैं, 6 महीनों बाद एक हाउस में बैठ सकते हैं। टी.एन शेषन जैसे लोग इस देश में चीफ इलेक्शन कमीशन रहे हैं। ऐसे लोग इलेक्शन कमीशन को इतनी ऊंचाई पर ले गए हैं कि इस पूरे देश, पूरी दुनिया में भारत के इलेक्शन कमीशन पर कभी कोई सवाल नहीं उठा सकता है। लेकिन आज इलेक्शन कमीशन की फ्री एंड फेयर इलेक्शन करवाने की जो योग्यता है, आज उसपर सवाल उठ रहे हैं।

बीजेपी भ्रष्ट लोगों को अहम पदों पर बिठाती है

दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली में एमसीडी के चुनाव (Delhi MCD Election) होने वाले थे। 9 मार्च को शाम 5 बजे दिल्ली के इलेक्शन कमीशन ने मीडिया को बुलाया। हर जगह यही खबर थी कि वह इलेक्शन के कोड ऑफ कंडक्ट को निकाल चुके हैं। 9 मार्च को इलेक्शन की तय तारीख की घोषणा होने वाली थी। शाम को प्रेसवार्ता मंग एस.के श्रीवास्तव आकर कहते हैं कि उन्हें थोड़ी देर पहले केंद्र सरकार से एक चिट्ठी मिली है, जिसमें कहा गया है कि वह तीनों एमसीडी को एक करना चाहते हैं, इसलिए फिलहाल इलेक्शन को टाल दिया जाए।

हार के डर से निगम चुनाव टाला

प्रेसवार्ता में उपस्थित कालकाजी विधानसभा से ‘आप’ विधायक आतिशी ने कहा कि जैसा कि हम सब जानते हैं और हम सबको इस बात पर फक्र है कि भारत एक लोकतंत्र है। एक लोकतंत्र है, जहां जनता का शासन चलता है। एक लोकतंत्र है, जहां चाहे कोई अमीर हो या गरीब हो, चाहे किसी धर्म का हो या किसी जाति का हो, उसे 5 साल में एक बार वोट करने का मौका मिलता है। वह जिस पार्टी या जिस नेता को चाहे, उठाकर बाहर फेंक सकता है। वह जिस पार्टी या जिस नेता को चाहे, सरकार में ला सकता है। मुख्यमंत्री बना सकता है, मंत्री बना सकता है, प्रधानमंत्री बना सकता है, यह लोकतंत्र की ताकत है।

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