आज देश की सर्वोच्च अदालत Supreme Court ने पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू Navjot Singh Sidhu को एक साल की सजा सुनाई है. यह केस 34 साल पुराना है. यह रोड रेज से जुड़ा हुआ है. बता दे कि, साल 1988 को नवजोत सिंह सिद्धू अपने दोस्त रूपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला Patiala के शेरावाले गेट की मार्केट में पहुंचे थे. मार्केट में कार पार्किंग को लेकर किसी 65 साल के बुजुर्ग के साथ हाथापाई हो गई. जिसके बाद सिद्धू ने बुजुर्ग को घुटना मारकर गिरा दिया. बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जहां पर बुजुर्ग गुरनाम सिंह Gurnaam Singh की मौत हो गई. यही नहीं, इसके अलावा भी नवजोत सिंह सिद्धू कई बड़े विवादों से जुड़े रहे हैं. चलिए अब आपको बताते है सिद्धू से जुड़े विवादों के बारे में…
बाजवा को गले लगाना
1. साल 2018 में इमरान खान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. उन्होंने अपने ‘दोस्त’ सिद्धू को भी बुलावा भेजा. सिद्धू गए और पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा के गले लग गए. सिद्धू ने विवाद पर खुद को ‘इंसान’ कहा मगर कांग्रेस के लिए डिफेंड करना मुश्किल हो गया. जिसके बाद सिद्धू का देश में जोरदार विरोध हुआ.
अजहर से झगड़ा
2. अपने क्रिकेट करियर के दौरान सिद्धू धाकड़ सलामी बल्लेबाज थे, पर साल 1996 में उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया. तब कप्तान रहे मोहम्मद अजहरुद्दीन से उनकी लड़ाई हो गई. सिद्धू इंग्लैंड का दौरा बीच में ही छोड़कर भारत चले आए.
कैप्टन अमरिंदर के साथ विवाद
3. पंजाब में पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ सिद्धू की कभी नहीं बनी. दोनों के बीच रिश्ते इतने खराब हो गए कि कैप्टन ने हटाए जाने से पहले इस्तीफा देकर इज्जत बचाने में ही भलाई समझी. इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हालत हुई और आम आदमी पार्टी सत्ता में आ गई. बाद में सिद्धू ने भी प्रदेश अध्यक्ष से अपना इस्तीफा दे दिया.
4. पुलवामा हमले पर विवादित बयान
पुलवामा आतंकी हमले के बाद नवजोत सिंह ने कहा कि कुछ चंद लोगों के लिए पूरे देश को जिम्मेदार नहीं ठहरा जा सकता. जिसके बाद पूरे देश ने एक सुर में सिद्धू का जोरदार विरोध दिया और बाद में सिद्धू को कॉमेडी शो ‘द कपिल शर्मा शो’ से भी हटा दिया गया.
5. खालिस्तानी के साथ आए नजर
वहीं, पाकिस्तानी यात्रा के दौरान सिद्धू की एक तस्वीर जमकर वायरल हुई. जिसमें प्रो-खालिस्तानी नेता गोपाल चावला संग के साथ नजर आ रहे थे. इस तस्वीर के बाद भी सिद्धू का जोरदार विरोध हुआ.