IPL 2022 News: जडेजा को मिली CSK की कमान, लेकिन कर बैठे एक बड़ी गलती

ravindra jadeja
IPL 2022 में एक बार फिर से चेन्नई सुपर किंग्स Chennai Super Kings की ओर से चौंकाने वाली ख़बर सामने आई है. टीम के स्टार ऑलराउंडर Ravindra Jadeja Captaincy रवींद्र जडेजा ने टूर्नामेंट के बीच में ही कप्तानी को छोड़ दिया. टीम की कमान फिर से लेजेंड महेन्द्र सिंह धोनी MS Dhoni को दे दी. जडेजा की कप्तानी छोड़ने का सबसे बड़ा कारण टीम का खराब प्रदर्शन है.
24 मार्च को मिली जडेजा को कप्तानी
आपको बता दे कि, जडेजा को 24 मार्च को चेन्नई CSK की कमान सौंपी गई थी. जब जडेजा को चेन्नई की कमान सौंपी गई तो उम्मीद की जा रही थी कि महान धोनी MS Dhoni जैसा जादू चलेगा. लेकिन ऐसा कर पाने में जडेजा सफल नहीं हो पाए. इसके पीछे कई बड़े कारण नजर आते है लेकिन, सबसे बड़ा कारण टीम का एकजुट होकर प्रदर्शन न करना और बिखर पाना है.
एकजुट नहीं हो पाई CSK
CSK ने इस सीजन में लगातार 4 मैच हारे हैं. पांचवें मैच में जाकर रॉबिन उथप्पा और शिवम दुबे Shivam Dubey की धमाकेदार पारी के बाद जीत मिली थी. अगर देखा जाए जिस ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए चेन्नई को जाना जाता था, वह प्रदर्शन इस सीजन में दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता है. टीम ने अच्छा प्रदर्शन तो किया लेकिन एकजुट होकर नहीं किया. टीम के कप्तान रवीन्द्र जडेजा टीम को एकजुट नहीं कर पाए और खिलाड़ी टुकड़ों में प्रदर्शन करते रहे.
दबाव नहीं झेल पाएं जडेजा
इतना ही नहीं जडेजा का प्रदर्शन खुद इस सीजन में खराब हुआ, गौरतलब है कि IPL से पहले जडेजा ने वेस्टइंडीज WI के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था. टूर्नामेंट में उसकी बानगी दूर-दूर दिखाई नहीं देती. कप्तानी के दबाव में जडेजा खुद 8 मैचों में केवल 5 विकेट अपने नाम कर सके हैं. 22 की औसत से केवल 112 रन ही बनाए है.
बिखर गई चेन्नई
अगर देखा जाए तो शुरूआती मैचों में मोईन अली Moin Ali ने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन, बाद के मैचों में प्रदर्शन गिर गया. रॉबिन उथप्पा का बल्ला भी शुरू में जमकर बोला लेकिन बाद के मैचों में उनका प्रदर्शन भी गिर गया. अब तक हुए मैचों में चेन्नई की टीम पूरी टीम बिखरी हुई नजर आई. साथ ही टीम का नेतृत्व भी दमदार नजर नहीं आया. जिसकी बदौलत चेन्नई का प्रदर्शन लगातार गिरता चला गया.
अब जडेजा ने कप्तानी के दबाव से मुक्त होते हुए खेल पर फोकस करने की बात कही है. इसके अलावा जडेजा पर दबाव का एक बड़ा कारण यह भी है कि टीम के पास बड़ा गेंदबाज का नाम नहीं है. दीपक चाहर के बाहर होने के बाद टीम का गेंदबाजी विभाग भी बिखर गया. चेन्नई की टीम 210 रन बनाने के बाद भी मैच हारी है. जिसकी वजह से जडेजा पर दबाव बढ़ा है. जडेजा टीम को एकजुट करने में सफल नहीं हो पाए. खुद भी दबाव में आ गए.