भारत के पूर्व अंडर-19 कप्तान उन्मुक्त चंद ने अमेरिका के सिलिकॉन वैली स्ट्राइकर्स के साथ किया कॉन्ट्रैक्ट साइन
नई दिल्ली: भारत को वर्ष 2012 में अंडर-19 विश्व कप जीताने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद ने शुक्रवार को अचानक अपने सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया है। उन्मुक्त अब अमेरिका की माइनर लीग क्रिकेट में खेलेंगे। इसके लिए उन्होंनें सिलिकॉन वैली स्ट्राइकर्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। उन्मुक्त ने कहा, ‘अमेरिकी क्रिकेट की लॉन्ग टर्म प्रगति का हिस्सा बनकर अपने क्रिकेट करियर में नया कदम उठाने और मेजर लीग क्रिकेट के शुरू होने की मुझे खुशी है।’
उन्मुक्त ने कहा, “यह फैसला मेरे जैसे व्यक्ति के लिए बहुत कठिन है, जिसने हमेशा देश के लिए खेलने का सपना देखा हो। यह मेरे लिए बहुत भावनात्मक है। हालांकि, बीते कुछ साल मेरे लिए बहुत अच्छे नहीं रहे हैं। कई चीजों के अलावा मुझे बहुत राजनीति का सामना करना पड़ा है।”
उन्होंने आगे कहा कि, “मैं इस तरह की चीजों के कारण क्रिकेट को अपना ज्यादा समय नहीं दे पाया और यही वजह है कि मैंने अमेरिका में क्रिकेट खेलने का यह निर्णय लिया। मैं बीसीसीआई को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।”
अंडर-19 विश्व कप विजेता ने ट्विटर पर लिखा, ‘क्रिकेट एक वैश्विक खेल है और शायद मतलब बदल जाए लेकिन उद्देश्य हमेशा टॉप लेवल पर खेलना होता है। मेरे सभी समर्थकों और चाहने वालों का धन्यवाद जिन्होंने हमेशा मुझे अपने दिल में जगह दी। आप जैसे हैं उससे लोग प्यार करें इससे बेहतर कोई भावना नहीं होती। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मेरे पास ऐसे लोग हैं। सबका शुक्रिया। अगली पारी की ओर बढ़ते हैं।’
उन्मुक्त चंद का करियर ग्राफ
उन्मुक्त ने 2010 में घरेलू क्रिकेट में डेब्यु किया था और 67 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिसमें 31.57 के औसत से 3379 रन बनाए। लिस्टA के 120 में उन्होंने 41.33 की औसत से 4505 रन और टी-20 के 77 मैचों में 1565 रन बनाए हैं।
खेल से ज्यादा इमेज मैनेजमेंट का लगता रहा है आरोप
बताया जाता है कि उन्मुक्त चंद नई-नई मिली सफलता को झेल नही पाए। सफलता की चकाचौंध ने उनके करियर को बर्बाद कर दिया। कपिल देव ने एक बार उन्हें सार्वजनिक मंच से चेताया था कि उन्हें अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए न की इमेज मैनेजमेंट।