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अखिलेश के ‘जिन्ना वाले बयान’ पर ओवैसी का तल्ख जवाब, सपा प्रमुख को इतिहास पढ़ना चाहिए

Asaduddin Owaisi

Asaduddin Owaisi/ ANI

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रीऔर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बयान में न सिर्फ यूपी बल्कि देश की राजनीति में घमासान छिड़ गया है।

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दो दिन पहले अखिलेश ने हरदोई ज़िले में माधौगंज कस्बे के लखनऊ पब्लिक स्कूल परिसर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए महात्मा गांधी, सरदार पटेल और जवाहर लाल नेहरू की तरह मोहम्मद अली जिन्ना को भी आज़ादी का नायक बताया था।

अखिलेश ने कहा था, “सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जिन्ना, जवाहरलाल नेहरू एक ही जगह पर पढ़े। वो बैरिस्टर बन कर आए। उन्होंने आज़ादी दिलाई। वो किसी भी तरह के संघर्ष से पीछे नहीं हटे।”

उनके इस बयान को लेकर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने तालिबानी मानसिकता का प्रतिक बताते हुए उन्हें माफ़ी मांगने के लिए कहा था। वहीं अब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उन्हें इतिहास पढ़ने की सलाह दी है।

असद ने कहा जिन्ना ने नहीं है कोई ताल्लुक

अखिलेश के जिन्ना वाले बयान के बाद ओवैसी ने फिर से दोहराया कि भारत के मुसलमानों का जिन्ना से कोई ताल्लुक नहीं है।

ओवैसी ने कहा अखिलेश यादव को चाहिए कि वो इतिहास अच्छी तरह से पढ़ें और ये बात अपने ज़ेहन में बैठा ले कि भारत के मुसलमानों का जिन्ना से कोई लेना-देना नहीं है।

उन्होंने आगे कहा, भारत में आज जो मुसलमान रह रहे हैं, उनके बाप-दादा ने सन् 1947 में ये फैसला किया था कि वो पाकिस्तान नहीं जाएगें और उन्होंने टू नेशन थ्योरी को रिजेक्ट किया था। और ये सच बात है कि टू नेशन थ्योरी की सबसे पहले बात करने वाले वीर सावरकर और मोहम्मद अली जिन्ना थे। लेकिन भारत के मुसलमानों ने भारत को अपना वतन माना और जिन्ना ने भारत के मुसलमानों का कोई ताल्लुक नहीं है।

असदुद्दीन ने आगे कहा कि अखिलेश यादव को समझना चाहिए कि वो इस तरह की बात करके कोई ख़ास तबका, कोई हिस्सा या कोई वोटर उनसे खुश हो जाएगा तो ये उनकी गलती है। उनको अपने सलाहकारों को बदलना चाहिए या फिर खुद से इतिहास पढ़ना चाहिए।

AIMIM प्रमुख ने किसी इतिहासकार के पास बैठ कर उन्हें इतिहास समझने की सलाह दी। असदुद्दीन ने कहा, ये बात सच है कि पाकिस्तान के निर्माण में सबसे बड़ा हाथ और किरदार मोहम्मद अली जिन्ना का रहा है। लेकिन अब उससे क्या? तारीखों में जाएंगे तो बहुत पीछे जाना होगा। बहुत लंबी तारीखे जाएंगी। अखिलेश यादव को चाहिए कि वो इतिहास पढ़ें।

CM योगी ने बताया था तालिबानी मानसिकता

योगी आदित्यनाथ ने कहा, ये तालिबानी मानसिकता है जो हमेश तोड़ने में विश्वास रखता है। पहले सामाजिक तानेबाने को जाति के नाम पर और अन्य झुठे वादों के आधार पर तोड़ने की बात करता है। और जब अपने मंसूबों में सफल नहीं हो रहे हैं तो समाज के महापुरूषों पर लांछन लगा कर पूरे के पूरे समाज को अपमान करने का प्रयास हो रहा है।

इस दुष्प्रवृति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। पूरे समाज और पूरे प्रदेश को इसकी निंदा करनी चाहिए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपने इस कृत्य के लिए प्रदेश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए, पूरे देश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए।

भारत की अखंडता के शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान ये देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता। उनकी हमेशा विभाजन की प्रवृति रही है।

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