आखिर क्यों बीजेपी ने हरक सिंह रावत को दिखाया बाहर का रास्ता? Exclusive on Hindi Khabar
BJP से बर्खास्त होने के बाद हरक सिंह रावत Hindi Khabar पर Exclusive। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हरक सिंह रावत को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। बीजेपी से निष्कासित होने के बाद हरक सिंह रावत ने हिंदी खबर पर एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि क्या हुआ था उनके साथ। आखिर क्या कारण था कि बीजेपी ने ऐसा कदम उठाया? क्या बीजेपी ने हरक के साथ अन्याय किया? क्या हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) की बात एक बार बीजेपी को सुननी चाहिए थी?
ऐसे ही कई सवाल हैं जो उत्तराखंड में लोगों के मन में और हरक को चाहने वालों के मन में होगा। सभी सवालों का जवाब हरक सिंह ने खुद इस इंटरव्यू में दिया। हरक सिंह रावत ने बीजेपी (Bhartiya Janta Party) को लेकर भी कई खुलासे किए हैं। बता दें कि इससे पहले हरक सिंह रावत कांग्रेस में ही थे। उत्तराखंड में हरीश सरकार के खिलाफ विद्रोही तेवर अपनाने के बाद उन्हें कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
इससे बाद हरक सिंह रावत ने बीजेपी की सदस्यता ले ली थी। अब फिर से हरक सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की खबर है। बता दें कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) होने वाले हैं। ऐसे में यह राजनीतिक घटनाक्रम कई मायनों में अहम है। उधर कांग्रेस में हरक सिंह रावत को शामिल करने को लेकर उपापोह की स्थिति है।
हरक सिंह रावत का राजनीतिक सफर
हरक सिंह रावत 1991 में पौरी विधानसभा सीट से चुनाव जीते और तत्कालीन उत्तर प्रदेश के सबसे छोटे मंत्री बने। इसके बाद 2014 में हरक सिंह रावत लोकसभा चुनाव में गढ़वाल से कांग्रेस के उम्मीदवार थे। हरक सिंह रावत को इससे पहले उस वक्त कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ उन्होंने नौ विधायकों के साथ मिलकर विद्रोह किया था।
कांग्रेस से निष्कासित किए जाने के बाद हरक सिंह बीजेपी में शामिल हो गए। अब फिर से बीजेपी ने हरक सिंह रावत को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। हरक सिंह रावत को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि बीजेपी अपने मूल्यों से समझौता नहीं करेगी। बीजेपी वंशवाद और परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देगी। पार्टी से किसी एक जाने से कोई फूट नहीं होगी।
हरक सिंह रावत से संबंधित राजनीतिक घटनाक्रम
- 1991 में पौरी से चुनाव जीते और मंत्री बने
- 2002 में लांसडाउन निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए
- 2007 में हरक सिंह उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता बने
- 2007 में ही वे लांसडाउन विधानसभा से फिर निर्वाचित हुए
- 2012 में रुद्र प्रयाग निर्वाचन क्षेत्र चुनाव जीता और कृषि, चिकित्सा शिक्षा और सैनिक कल्याण कैबिनेट मंत्री बने
- 2014 में आम चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार बने
- 2017 में कोटद्वारा उत्तराखंड विधानसभा का गठन किया