Padma Awards: गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण विवाद पर मिला कर्ण सिंह का साथ, जयराम रमेश को नसीहत
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण दिए जाने को लेकर पार्टी से आ रही अलग-अलग राय में नया नाम वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह का आया है। कर्ण सिंह ने आजाद को पद्म भूषण दिए जाने का समर्थन किया है।
कर्ण सिंह ने कहा, अगर हमारे किसी सहयोगी को सम्मानित किया जा रहा है तो उनका गर्मजोशी से अभिनंदन होना चाहिए, तीख़ी प्रतिक्रियाएं नहीं देनी चाहिए।’
विवाद की शुरूआत कांग्रेस नेता जयराम रमेश के उस ट्वीट से हुई थी जिसमें उन्होंने बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य के पद्म भूषण न लेने की तारीफ करते हुए कहा था, वो सही कर रहे हैं, क्योंकि वो आजाद रहना चाहते हैं गुलाम नहीं। इस ट्वीट का इशारा गुलाम नबी आजाद की ओर था।
जयराम रमेश अपनी किताब ‘इंटरट्वाइंड लाइव्स: पीएन हक्सर एंड इंदिरा गांधी’ के एक पन्ने का स्क्रीनशॉट ट्वीट करते हुए लिखा, ”हमारे देश के सबसे शक्तिशाली सिविल सर्वेंट रहे पीएन हक्सर को 1973 में पीएमओ छोड़ने के दौरान पद्म विभूषण ऑफ़र किया गया था.
यह है, पीएन हक्सर की प्रतिक्रिया. यह एक क्लासिक है और अनुकरण करने योग्य है।”
ऐसे में कर्ण सिंह के इस ट्वीट को जयराम रमेश के लिए नसीहत के तौर पर जोड़ के देखा जा रहा है। कर्ण सिंह के अलावा कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और राज बब्बर भी आजाद के समर्थन में आ चुके हैं।
राज बब्बर ने गुलाम नबी के समर्थन में गुरूवार को एक और ट्वीट किया।
उन्होंने लिखा, ‘अवार्ड की अहमियत तो तब है जब विरोधी पक्ष किसी नेता की उपलब्धियों को सम्मान दे। अपनी सरकार में तो कोई भी ख़्वाहिश पूरी कर सकते हैं।‘
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