कश्मीरी नेता और जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट JKLF के चीफ यासीन मलिक Yasin Malik को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. टेरर फंडिंग केस Terror Funding Case में कोर्ट ने यासीन मलिक को यह सजा दी है. साथ ही 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है. यासीन मलिक के सामने ही कोर्टरूम ने यह सजा सुनाई. इस बीच अदालत के बाहर कई लोग तिरंगा लेकर पहुंचे.
यासीन के घर के बाहर नारेबाजी
उधर, श्रीनगर के पास मैसुमा में यासीन मलिक के घर के पास मलिक समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई. जहां पर पत्थरबाजी के बाद हालात को काबू करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. श्रीनगर के पास मैसुमा में यासीन मलिक का घर है. मलिक के घर के आसपास सुरक्षाबल के जवान तैनात किए गए साथ ही ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है. इससे पहले, कोर्टरूम के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी.
यासीन मलिक के पास 11 कनाल जमीन
यासीन मलिक के वकील के मुताबिक उनकी प्रॉपर्टी के बारे में पता चला है. मलिक के पास 11 कनाल यानी करीब 5564 वर्ग मीटर जमीन है, जो उसने पुश्तैनी बताई है. इससे पहले गुरुवार को कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में दोषी ठहराया था. यासीन मलिक ने सुनवाई के दौरान कबूल कर लिया था कि वह कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल था. बुधवार को सुनवाई के लिए यासीन को कोर्ट में लाया गया.
सजा पर कुछ नहीं बोले यासीन
वहीं, सजा पर बहस के दौरान यासीन मलिक ने कहा कि वो सजा पर कुछ नहीं बोलेगा. कोर्ट दिल खोलकर सजा दे. आगे मलिक ने कहा, मेरी तरफ से सजा के लिए कोई बात नहीं होगी. वहीं, NIA ने यासीन मलिक को फांसी देने की मांग की. इसके बाद यासीन मलिक 10 मिनट तक शांत रहा. यासीन मलिक ने कोर्ट में कहा कि मुझे जब भी कहा गया मैंने समर्पण किया, बाकी कोर्ट को जो ठीक लगे वो उसके लिए तैयार है.