बुधवार को संसद में राहुल गांधी ने सरकार पर जमकर निशाना साध। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद में पक्ष और विपक्ष अपनी बातें रखते है। आज विपक्ष की ओर से राहुल गांधी लोकसभा में बोल रहे थे।
राहुल गांधी ने आज देश में बढ़ती बेरोजगारी, विदेश नीति, यूपीए सरकार के कामकाज की उपलब्धियों, पेगासस और कई मुद्दों पर सरकार से सवाल किया। इस ख़बर के जरिए समझेंगे की राहुल गांधी ने लोकसभा में किन मुद्दों पर बात की…
बजट सत्र के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राहुल गांधी ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि नौकरशाही सोच का जिक्र था। इसमें सच्चाई का काफी अभाव था। अभिभाषण में सरकार के कामों की लंबी सूची के साथ ये नहीं बताया गया कि आज का भारत बंट चुका है। आज दो भारत हो गए हैं। एक अमीरों का हिंदुस्तान और एक गरीबों का हिंदुस्तान और इन दोनों हिंदुस्तानों में खाई बढ़ती जा रही है’।
भाषण में राहुल गांधी ने बेरोजगारी पर सरकार से सवाल किया। बीते दिनों रेलवे परीक्षा में हुए हंगामें के बाद राहुल ने कहा कि ‘राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी का जिक्र नहीं था। इस पिछले साल तीन करोड़ युवा रोजगार खो चुके हैं। आप बात करते हो रोजगार देने की। 2021 में तीन करोड़ युवा खो चुके हैं। देश में पचास साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। नए रोजगार नहीं दिए गए और पुराने छीन लिए गए। युवा रोज़गार मांग रहा है, सरकार दे नहीं पा रही है
राहुल ने सरकार से कहा कि पिछली सरकार में हमने 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था, लेकिन आपने 23 करोड़ लोगों वापस गरीब बना दिया।
भाषण के दौरान राहुल ने पेगासस का मामला संसद में उठाया, उन्होंने कहा कि “पेगासस को नेताओं की जासूसी के लिए लगाने का मतलब है कि सरकार तमिलनाडु, केरल, असम, बंगाल और हर राज्य के साथ धोखा कर रही हैं। हालांकि राहुल के इतना बोलते ही बीजेपी सासंद निशिकान्त दुबे ने कहा कि रुल बुक के अनुसार कोई भी सदस्य सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामले पर नहीं बोल सकता है।
राहुल ने कांग्रेस के अपने पिता, दादी और परदादा को याद करते हुए सरकार को आगाह करते हुए कहा कि मेरे परदादा ने 15 वर्ष जेल में बिताए। मेरी दादी को गोलियां लगी थीं और मेरे पिता विस्फोट में मारे गए थे। इसलिए मैं जानता हूं कि ये क्या है। आप भी अगर अभी नहीं रुके तो आप समस्या को पैदा कर लेंगे।
विदेश नीति पर सरकार से सवाल पूछते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ‘पाकिस्तान को चीन से दूर रखना भारत की विदेश नीति का सबसे बड़ा लक्ष्य रहा है, लेकिन आपने उसे चीन की हाथों में धकेल दिया। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम चीन के खिलाफ अपनी रक्षा कर सकें। याद रखिए आप इसके लिए जिम्मेदार होंगे’।
हालांकि राहुल गांधी के इस बयान पर विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने ट्वीट के माध्यम से राहुल पर पलटवार किया है। ट्वीट में विदेश मंत्री ने कहा, आज राहुल गांधी ने संसद में आरोप लगाया कि पाकिस्तान और चीन को मौजूदा सरकार क़रीब लाई है। उन्हें इतिहास का पाठ पढ़ाया जाना चाहिए। 1963 में पाकिस्तान ने ग़ैर-क़ानूनी तरीके से शक्सगाम वैली को चीन को सौंपा. चीन ने पाक अधिकृत कश्मीर के बीचों-बीच से गुजरने वाला कराकोरम हाईवे 1970 के दशक में बनाया।
राहुल गांधी ने विदेश नीति पर कहा कि भारत इस बार गणतंत्र दिवस पर किसी मेहमान तक को न बुला सका। इसपर विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि जो लोग भारत में रहते हैं वो जानते हैं कि हम एक कोरोना लहर के बीच हैं. सेंट्रल एशिया के जिन पांच राष्ट्रपतियों को यहां आना था, उनके साथ एक वर्चुअल बैठक 27 जनवरी को हुई थई. क्या राहुल गांधी उसे मिस कर गए?
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