Tablighi Jamaat: सऊदी अरब की तर्ज पर भारत में लगे तब्लीगी जमात पर प्रतिबंध, VHP ने की मांग
बीते दिनों सऊदी अरब में तब्लीगी जमात पर प्रतिबंध लगाया गया. जिसकी तर्ज पर अब भारत में भी तब्लीगी जमात पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठने लगी है. देश की हिंदूवादी संस्था विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इस समूह पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने ट्विटर हैंडल पर एक प्रेस रिलीज़ जारी की.
इस रिलीज़ में आलोक कुमार ने सऊदी अरब सरकार के फ़ैसले का स्वागत करते हुए तब्लीग़ी जमात को ‘इस्लामी कट्टरपंथ की फ़ैक्ट्री’ और ‘वैश्विक आतंकवाद का पोषक’ क़रार दिया है. इसलिए यह संस्था न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए गंभीर संकट बन गया है. VHP का आरोप है कि अमेरिकी ट्रेड सेंटर पर हुए हमले, गोधरा में 59 हिंदुओं को ज़िंदा जलाने और स्वामी श्रद्धानंद की नृशंस हत्या, ये सब मरकज़ की विचारधारा से जुड़ी रही है.
VHP ने रखी चार मांगें
विश्व हिन्दू परिषद ने सरकार से तब़्लीग़ी जमात को लेकर चार मांगें सामने रखी हैं. पहला ये कि भारत में तबलीग़ी जमात और उसके अनुयायियों के साथ इज़्तिमा पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए. उसकी दूसरी मांग ये रखी कि निज़ामुद्दीन मरकज़ के भवनों और उसके बैंक खातों को तुरंत सील कर दिया जाए.
तीसरी मांग में विश्व हिन्दू परिषद ने आर्थिक स्रोतों का पता लगाकर उसे बंद करने की मांग की है. आख़िरी मांग में इन्हें समर्थन देने वाली दारुल उलूम देवबंद और PFI जैसी संस्थाओं पर भी नकेल कसने की मांग की है. इससे पहले सऊदी अरब सरकार ने तब्लीगी जमात पर बैन लगाकर कहा कि यह संस्था समाज के लिए घातक है. सभी लोगों को इसके बारे में जागरूक करना चाहिए.